पूर्वांचल के विकास में मील का पत्थर साबित होगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे
यूपीडा की तरफ से बनाए जा रहे कई एक्सप्रेस वेज में एक एक्सप्रेस वे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस की कुल लंबाई 91.352 किलोमीटर रखी गयी है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि यदि सड़कों का विकास होता है, तभी देश व प्रदेश का विकास संभव है। प्रधानमंत्री मोदी की इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कई एक्सप्रेस वेज का निर्माण करवा रहे है। उन्ही में से एक एक्सप्रेस वे है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 91.352 किलोमीटर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढेंगे। साथ ही विकास को नई दिशा मिलेगी। यूपीडा की तरफ से बनाए जा रहे कई एक्सप्रेस वेज में एक एक्सप्रेस वे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस की कुल लंबाई 91.352 किलोमीटर रखी गयी है। इसके निर्माण की अनुमानतः लागत 5876.67 करोड़ है और इसकी शुरुआत जैतपुर (गोरखपुर) बाईपास से होने के बाद सलारपुर (आजमगढ़) तक रखी गई है।
गोरखपुर बाईपास से होकर आजमगढ़ तक गुजरेगा एक्सप्रेस वे
यह एक्सप्रेस वे गोरखपुर, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, संत कबीरनगर से गुजरेगा। अभी इसे फोरलेन का बनाया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे छह लेन का भी किया जा सकेगा। 10 फरवरी 2020 को शुरू हुए एक्सप्रेस-वे के इस प्रोजेक्ट को 30 माह में पूरा करना है। जो जुलाई 2022 में पूरा होना है।
ये भी पढ़ेंः देश का विकास कोई कर सकता है तो वो सिर्फ मोदी हैं: स्वतंत्र देव सिंह
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस की विशेषताएं
-बता दें कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस के पूरा होने के पहले छह अन्य बड़े व 27 छोटे पुल तथा 389 पुलियों का निर्माण किया जाएगा। छोटी-बड़ी गाडियों व पैदल के लिए 101 अंडरपास का निर्माण होगा।
-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर जिले के जैतपुर से शुरू होगा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आमजगढ़ में सलारपुर पर समाप्त होगा।
-एक्सप्रेसवे एक अगल लिंक रोड के जरिए वाराणसी से भी जुड़ेगा।
-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.352 किमी होगी।
भविष्य में 6 लेन बनाने की योजना
-छह लेन में बन रहे इस लिंक एक्सप्रेसवे की लागत 5,876.68 करोड़ रुवये है। इसमें जमीन की लागत भी शामिल है।
-प्रोजेक्ट के तहत तीन रैम्प प्लाजा, दो टोल प्लाजा, 16 अंडरपास, 7 फ्लाईओवर, सात बड़े ब्रिज, 50 अंडरपास, 16 छोटे ब्रिज और 389 पुलों का निर्माण हो रहा है।
ये भी पढ़ेंः गुपकार की बैठक में फारूक बोले- हम केवल भाजपा के विरोधी हैं, राष्ट्र के नहीं
-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस को इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट और कंस्ट्रक्शन मोड पर लागू किया जाएगा।
-वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के तीन जिलों संत कबीर नगर, आजमगढ़ और गोरखपुर से होकर गुजरेगा।
-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का दाहिना रास्ता 110 मीटर का होगा। इसमें एक सर्विस रोड का प्रावधान भी होगा।
-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूरी तरह कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे होगा। इनमें गाड़ियों, पदयात्रियों और जानवरों के लिए अंडरपास का प्रावधान होगा।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।