बढ़ेंगी योगी की मुश्किलेंः आ रहीं प्रियंका गांधी, कांग्रेस में नई जान फूंकने की तैयारी

एक या दो दिनों में प्रियंका गांधी अपने सामान से साथ लखनऊ पहुंच जाएंगी। प्रियंका के आने से पहले ही घर की पेंटिंग,साफ सफाई का काम तेज़ी से पूरा कर लिया गया है।यहां तक कि उनकी पसंद के मुताबिक पौधे भी घर की सजावट में शामिल किए गए हैं।

Update:2020-07-19 13:01 IST

लखनऊः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लखनऊ आने की खबर से यूपी में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है ।प्रियंका गांधी के रहने के लिए पुरानी कांग्रेसी नेता शीला कौल का घर कौल हाउस पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है।

राजनीतिक रणनीति के तहत मुफीद है लखनऊ-

वैसे तो वर्ष 1989 से ही कांग्रेस यूपी में ज़मीन वापस पाने की जद्दोजहद कर रही है। कभी कांग्रेस के मंजे हुए नेताओं यूपी की कमान दी गई तो कभी राजबब्बर और प्रशांत किशोर के सहारे चुनाव में ज़ोर आज़माइश की गई। वैसे भी कहा जाता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही जाता है।

इसी सोच के तहत प्रियंका गांधी को पिछले लोकसभा चुनाव में यूपी का प्रभारी बनाया गया था। अब इसी सोच को मजबूती देते हुए यूपी में उनका स्थाई ठिकाना बनाया जा रहा है ताकि मुर्दा कांग्रेस में जान डाल सकें।

प्रियंका का करिश्मा नहीं चला था लोकसभा में

जब प्रियंका गांधी को यूपी की राजनीति का प्रभार दिया गया था तो इस सोच के साथ कि प्रदेश में कांग्रेस की कमज़ोर हालत बेहतर होगी।राहुल गांधी ने उस समय ही ये साफ कर दिया था कि प्रियंका यूपी की राजनीति लंबे समय तक करने वाली हैं।

कांग्रेस के इस मास्टर स्ट्रोक के बावजूद उन्हें ना सिर्फ चुनाव में करारी हार का मुंह देखना पड़ा था । खुद राहुल गांधी तक अपनी सीट गंवा बैठे।

अब भी प्रियंका से ही बहुत उम्मीदें

लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की चोट को कांग्रेसियों ने फिलहाल बर्दाशत कर लिया है क्योंकि उन्हें आस है कि प्रियंका का जादू देर से ही सही पर चलेगा ज़रूर। प्रियंका को कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट के तौर पर पेश करने की खबरें भी सत्ता के गलियारों में तैरती रहती हैं। यही वजह है कि प्रियंका गांधी ने लखनऊ में डेरा डालकर ही प्रदेश और देश की राजनीति में कांग्रेस की जड़ें मज़बूत करने का प्लान बनाया है।

शीला कौल के घर रहने के भी हैं मायने-

प्रियंका गांधी ने अपने आवास के तौर पर शीला कौल के घर को ही क्यों चुना इसकी भी खास वजह है।दरअसल प्रियंका अपने इस कदम से ब्राह्मण वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रही हैं।

वहीं विकास दुबे के एंकाउंटर के बाद ब्राह्मणों का एक वर्ग पहले ही योगी सरकार औऱ उनकी एंकाउंटर नीति को कठघरे में खड़ा कर रहा है।प्रियंका इसी वर्ग के बहाने कांग्रेस के परम्परागत ब्राह्मण वोटबैंक को वापस लाना चाहती है।

कहां हैं ये बंगला

यह बंगला लखनऊ के गोखले मार्ग पर स्थित है और बताया जा रहा है कि इसे तीन हिस्सों में बांट दिया गया है।एक हिस्से में प्रियंका गांधी रहेंगी। दूसरे हिस्से में उनका स्टाफ रहेगा और तीसरे हिस्से में उनके सुरक्षाकर्मियों के रहने की व्यवस्था की गई है। बताया जा रहा है कि आने वाले एक या दो दिनों में प्रियंका गांधी अपने सामान से साथ लखनऊ पहुंच जाएंगी। प्रियंका के आने से पहले ही घर की पेंटिंग,साफ सफाई का काम तेज़ी से पूरा कर लिया गया है।यहां तक कि उनकी पसंद के मुताबिक पौधे भी घर की सजावट में शामिल किए गए हैं।

क्यों छोड़ना पड़ा दिल्ली का आवास—

प्रियंका गांधी अब तक दिल्ली के लोधी एस्टेट के सरकारी आवास में रह रही थीं। पर हाल ही में उनकी एसपीजी सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली जिसके उन्हें यह सरकारी आवास खाली करने का नोटिस थमा दिया गया। नोटिस के जवाब में प्रियंका ने समय से पहले ही बंगला खाली करने की बात कही थी। तभी से उनके नए आशियाने के तौर लखनऊ के कौल हाउस में तैयारीयों ने ज़ोर पकड़ लिया था।

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