Kanpur Dehat News: पुलिस की पिटाई से युवक की थाने में मौत, परिजनों ने लगाया ये आरोप

Kanpur Dehat News: एक बार फिर से कानपुर देहात पुलिस की खाकी पर दाग लगा है। लूट की घटना में पुलिस के द्वारा उठाए गए युवक की पुलिस कस्टडी में पिटाई से मौत हो गई है।

Report :  Manoj Singh
Update:2022-12-14 14:15 IST

Kanpur Dehat News (Newstrack)

Kanpur Dehat News: प्रदेश की पुलिस को मित्र पुलिस का खिताब देने वाली सरकार जनता के बीच में पुलिस की छवि को बेहतर करने के तमाम प्रयास कर रही है लेकिन खाकी लगातार दागदार हो रही है और उस पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। एक बार फिर से कानपुर देहात पुलिस की खाकी पर दाग लगा है। लूट की घटना में पुलिस के द्वारा उठाए गए युवक की पुलिस कस्टडी में पिटाई से मौत हो गई है। कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के मैथा चौकी अंतर्गत लालपुर सरैया गांव के रहने वाले एक व्यापारी चंद्रभान सिंह के साथ 6 दिसंबर को देर रात दो युवकों ने बाइक सवार आंखों में मिर्ची झोंक कर व्यापारी से ₹200000 की लूट की घटना को अंजाम दिया था।

जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और लूट का खुलासा करने का दम भरने लगी। वहीँ आनन-फानन में पुलिस ने 4 दिनों के अंदर क्षेत्र के 5 लोगों को अपनी हिरासत में ले लिया और पूछताछ की कार्रवाई शुरू कर दी। पांच युवकों में उठाए गए एक शख्स जिसका नाम बलवंत सिंह है वह पीड़ित व्यापारी चंद्रभान सिंह का सगा भतीजा है।

पुलिस ने शक के आधार पर उसे भी हिरासत में लिया और अपनी पूछताछ शुरू कर दी। लेकिन पीड़ित व्यापारी का आरोप है कि पुलिस को कई बार कहने के बावजूद भी पुलिस ने उनके भतीजे बलवंत सिंह को नहीं छोड़ा।

लगातार पुलिस टॉर्चर करती रही। बलवंत की बेरहमी के साथ पिटाई भी की गई। वहीँ बलवंत की पिटाई के बाद उसकी मौत हो गई। जिसके बाद कानपुर देहात पुलिस के हाथ पांव फूल गए और पुलिस ने आनन-फानन में सबको थाने से गायब कर दिया।

परिजनों के कई बार पूछने के बावजूद भी परिजनों को उनके घर के सदस्य बलवंत सिंह की कोई भी जानकारी नहीं दी गई। परिजनों को पुलिस थाने से दूसरे थाने दूसरे थाने से तीसरे थाने घुमाती रही लेकिन उनके घर के बच्चे का सुराग पुलिस ने नहीं दिया।

उसके बाद परिजनों को पता चला कि उनके बेटे की मौत हो गई है और सब कानपुर देहात के सरकारी जिला अस्पताल में पड़ा हुआ है वही पुलिस इस पूरे मामले को दबाने का लगातार प्रयास कर रही थी।

मीडिया को इस पूरे मामले से दूर रखा जा रहा था। लेकिन पुलिस की कोशिश नाकाम साबित हुई। जिला अस्पताल में जिस वक्त देर रात पुलिस शव को सरकारी गाड़ी में लेकर रफूचक्कर होने का प्रयास कर रही थी, तभी मीडिया के कैमरों में पुलिस की वह हरकत कैद हो गई और पुलिस की कार्यशैली जगजाहिर हो गई।

सूचना पर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। जनपद के सभी आला अधिकारियों को फोन मिलाया साथ ही साथ कानपुर मंडल के भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लगातार फोन करते रहे लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी ने परिजनों का फोन नहीं उठाया।

पुलिस अपनी कार्यशैली को भी साफ करने का प्रयास कर रही थी लेकिन परिजन लगातार इस बात का दबाव पुलिस पर बना रहे थे कि आखिर उनका बेटा मरा कैसे? पुलिस के पास कोई भी जवाब नहीं है।

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