Devita Saraf: देश की ताकतवर व रईस महिला देविता सराफ

Devita Saraf: महिला सशक्तिकरण की अगर कोई मिसाल है तो वह हैं देविता सराफ। जो इस 25 जून को 40 साल की हुई हैं। देविता पूरी तरह से एक सेल्फ मेड पर्सन साबित हुई हैं। देविता सराफ दुनिया की 50 ताकतवर महिलाओं में हैं और उन्होंने अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Ashiki
Update:2021-06-24 22:59 IST

Devita Saraf (Photo- Social Media)

Devita Saraf: महिला सशक्तिकरण की अगर कोई मिसाल है तो वह हैं देविता सराफ। जो इस 25 जून को 40 साल की हुई हैं। देविता पूरी तरह से एक सेल्फ मेड पर्सन साबित हुई हैं। देविता सराफ दुनिया की 50 ताकतवर महिलाओं में हैं और उन्होंने अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है।

देविता सराफ 150 मिलियन डालर के लग्जरी टेलीविज़न ब्रांड Vu टेलीविज़न की संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ हैं। उन्होंने दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद 24 साल की उम्र में कंपनी की स्थापना की। उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में प्रौद्योगिकी के प्रबंधन और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में गेम थ्योरी और रणनीतिक सोच का भी अध्ययन किया है। वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में ओपीएम कार्यक्रम भी कर रही हैं।

सराफ ने इंटेल और माइक्रोसॉफ्ट के साथ उत्पादों का सह-विकास किया जब तक कि उसने अपनी कंपनी की स्थापना नहीं की। दुनिया भर में Vu टेलीविज़न सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला टीवी ब्रांड है। Vu के 11 कार्यालयों में 300 कर्मचारी हैं। सराफ अपना समय मुंबई और कैलिफोर्निया के बीच बिताती हैं।

देविता सराफ हमेशा से ही कुछ अलग करना चाहती थीं। इसीलिए ही उन्होंने अपने फैमिली बिज़नेस को आगे नहीं बढ़ाया और खुद का नाम कमाने के बारे में मन बनाया। देविता के पिता का नाम राजकुमार सराफ है और वे जेनिथ कंप्यूटर्स के मालिक हैं। मुंबई में जन्मी देविता ने क्वीन मैरी स्कूल, मुंबई में पढ़ाई की, बाद में वह एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में गईं, जहां उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया।


आईआईएफएल वेल्थ एंड हरन इंडिया की सूची में देविता को 16वां स्थान मिला था। फार्च्यून इंडिया 2019 की टॉप 50 ताकतवर वूमन्स में भी शामिल हैं। इसके अलावा इंडिया टुडे के द्वारा भी देविता को बिजनेस वर्ल्ड में 8 सबसे ताकतवर वुमेन्स में जगह दी जा चुकी है। उन्हें आईटी वूमेन लीडरशिप अवार्ड भी मिल चुका है। इंडो अमेरिकन सोसाइटी उन्हें मोस्ट आउटस्टैंडिंग इंटरप्रिन्योर का अवार्ड दे चुकी है। इतना ही नहीं देविता अमीरी के मामले में भी किसी से पीछे नहीं हैं। उनकी कुल सम्पत्ति करीब 1800 करोड़ आंकी जा चुकी है।

सराफ ने अपने करियर की शुरुआत जेनिथ कंप्यूटर्स में अपने पिता के मार्गदर्शन में मात्र 16 साल की उम्र में की थी और 21 साल की उम्र में उन्हें मार्केटिंग निदेशक के रूप में नामित किया गया था। 2006 में सराफ मार्केटिंग के प्रमुख से सीईओ बन गए थे।

देविता सराफ ने साल 2006 में खुद को स्थापित करने की दिशा में अपना कदम बढ़ाना शुरू किया। यह वह समय था जब कई बड़ी कंपनियां जैसे गूगल, एप्पल आदि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपने कदम आगे बढ़ा रही थीं और इस दौरान देविता ने अपना टीवी यानि टेलीविज़न का कारोबार शुरू किया। देविता ने VU टेलीविज़न की शुरुआत की जोकि CPU और TV का मिला हुआ रूप था. देविता ने जब अपनी इस कंपनी की शुरुआत की तब वे केवल 24 साल की ही थीं।


बिज़नेस शुरू करने के साथ ही देविता को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। दिक्कतों के साथ आगे बढ़ते हुए 6 साल बीतने के बाद वर्ष 2012 में उनकी कंपनी को प्रॉफिट मिलना शुरू हुआ। 2017 में VU टीवी का टर्नओवर 540 करोड़ रुपए तक पहुच गया था। इसके बाद से देविता ने पीछे मुड़कर नहीं देखा उन की कंपनी का प्रॉफिट लगातार बढ़ता गया है। आज देविता के पास पूरे देश से करीब 10 लाख से भी अधिक कस्टमर हैं. और इनकी कम्पनी 60 देशों में अपनी टीवी बेचती है।

बात करें VU टीवी की तो इस पर आप यू-ट्यूब, फेसबुक आदि एप भी अच्छे से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे टीवी कम कंप्यूटर भी कह सकते हैं। कम्पनी के द्वारा एंड्रॉयड पर चलने वाले हाई डेफिनेशन टीवी भी बनाए जाते हैं। देविता की कम्पनी के यह टीवी इतने एडवांस हैं कि इनपर मल्टी टास्क भी आराम से किये जा सकते हैं।

देविता सराफ ने साल 2017 में यंग सीईओस के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बैठक में भी हिस्सा लिया था। इस दौरान देविता ने मेक इन इंडिया को लेकर पीएम मोदी के समक्ष अपने विचार रखे थे। जिसके बाद मोदी ने भी अपने के भाषण में उनका जिक्र किया था।

देविता कहती हैं कि वह हार्डवर्किंग और युवा महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वह कहती हैं कि उन्हें अब इस बात का भरोसा हो गया है कंपनियों के सीईओ भी किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं हैं और वह देश की तमाम युवा महिलाओं को प्रोत्साहित करने का काम कर रही हैं। महिलाओं को सिर्फ उनकी सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि उनके टैलेंट के लिए भी सराहा जाना चाहिए।

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