NASA ने नए शोध के आधार पर चेताया, ट्रॉपिकल एरिया में बढ़ सकती है बारिश
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नए शोध के आधार पर चेताया है कि हमारे ग्रह के लगातार गर्म होने के कारण उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (ट्रॉपिकल एरिया) में बारिश में वृद्धि होगी।
वाॅशिंगटन: अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नए शोध के आधार पर चेताया है कि हमारे ग्रह के लगातार गर्म होने के कारण उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (ट्रॉपिकल एरिया) में बारिश में वृद्धि होगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नासा के अवलोकनों के दौरान अधिकांश वैश्विक जलवायु मॉडलों में उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के ऊपर उच्च बादलों में कमी को दर्ज किया गया है।
'टाइटनिंग ऑफ ट्रॉपिकल एसेंट एंड हाई क्लाउड्स की टू पार्टिसिपेशन चेंज इन अ वार्मर क्लाइमेट' शीर्ष नामक शोध के अनुसार, विश्व स्तर पर बारिश केवल बादलों से ही संबंधित नहीं होती है बल्कि यह पृथ्वी के 'ऊर्जा बजट' पर भी निर्भर करती है, जो सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा और पृथ्वी द्वारा वापस बाहरी अंतरिक्ष में भेजी जाने वाली ऊर्जा का संतुलन है।
उच्च उष्णकटिबंधीय बादल वातावरण में गर्मी को जकड़ लेते हैं लेकिन भविष्य में इन बादलों के कम होने पर उष्णकटिबंधीय वातावरण ठंडा हो जाएगा और ठंडी जल वाष्प इसे तरल बूंदों (बारिश या बर्फ के कण) में बदल देगी। इससे जारी होने वाली ऊष्मा वातावरण को गर्म करेगी।
कैलीफोर्निया में नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी के हुई सू ने बताया, "यह अध्ययन भविष्य में वर्षा परिवर्तन की भविष्यवाणियों में सुधार के लिए एक मार्ग प्रदान करता है।"
--आईएएनएस