Afghanistan Air Crash: अफगानिस्तान एयर क्रैश, गया से मास्को रूट पर चलती थी चार्टर एयर एम्बुलेंस

Afghanistan Air Crash: अफगानिस्तान में दुर्गम पहाड़ी इलाके में क्रैश हुआ विमान दरअसल एक चार्टर एयर एंबुलेंस था जो बिहार के गया से रूस में मास्को तक ऑपरेट होता था। रूसी विमानन अधिकारियों ने बताया है कि विमान एक चार्टर एम्बुलेंस उड़ान थी। ये विमान 1978 में निर्मित फ्रांसीसी-निर्मित डसॉल्ट फाल्कन 10 जेट था।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2024-01-21 15:37 IST

अफगानिस्तान एयर क्रैश: गया से मास्को रूट पर चलती थी चार्टर एयर एम्बुलेंस: Photo- Social Media

Afghanistan Air Crash: अफगानिस्तान में दुर्गम पहाड़ी इलाके में क्रैश हुआ विमान दरअसल एक चार्टर एयर एंबुलेंस था जो बिहार के गया से रूस में मास्को तक ऑपरेट होता था। रूसी विमानन अधिकारियों ने बताया है कि विमान एक चार्टर एम्बुलेंस उड़ान थी। ये विमान 1978 में निर्मित फ्रांसीसी-निर्मित डसॉल्ट फाल्कन 10 जेट था।

मॉस्को में रूसी नागरिक उड्डयन अधिकारियों ने कहा कि इस विमान में चालक दल के चार सदस्य और दो यात्री सवार थे। विमान ने अचानक संचार करना बंद कर दिया और रडार स्क्रीन से गायब हो गया। बताया गया है कि उड़ान थाईलैंड पटाया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से शुरू हुई थी।

चार्टर फ्लाइट

यह विमान भारत के गया से ताशकंद, उज़्बेकिस्तान और फिर मॉस्को के ज़ुकोवस्की अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक के मार्ग पर एक चार्टर एम्बुलेंस उड़ान के रूप में काम कर रहा था। रूसी अधिकारियों ने कहा कि विमान एथलेटिक ग्रुप एलएलसी और एक निजी व्यक्ति का है।

तालिबान का बयान

तालिबान के सूचना और संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान के एक अलग बयान में विमान को मोरक्कन कंपनी का बताया। भारतीय नागरिक उड्डयन अधिकारियों ने भी इसी तरह विमान को मोरक्को-पंजीकृत बताया। एयर सेफ्टी वेबसाइट रेयान ने दुर्घटना के लिए इंजन की समस्या को जिम्मेदार ठहराया गया है।

आखिरी लोकेशन पाकिस्तान के ऊपर

विमान के लिए फ्लाइटराडार24 के ट्रैकिंग डेटा से पता चला कि विमान की आखिरी स्थिति शनिवार को लगभग 1330 जीएमटी पर पाकिस्तान के पेशावर शहर के ठीक दक्षिण में थी।

कहाँ हुआ क्रैश

जिस जगह विमान क्रैश हुआ वह अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में है। ये प्रान्त अपनी दुर्गम स्थलाकृति के लिए कुख्यात है, जिस पर भव्य हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला का प्रभुत्व है। यह अफगानिस्तान की सबसे ऊंची चोटी माउंट नोशाक का घर भी है, जो 24,580 फुट तक ऊंची है। यह भयावह परिदृश्य, देखने में आश्चर्यजनक होने के साथ-साथ, मलबे का पता लगाने और विमान में सवार लोगों के भाग्य का पता लगाने का प्रयास कर रही टीमों के लिए महत्वपूर्ण बाधाएँ प्रस्तुत करता है।

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