America PM Modi Gift : पीएम मोदी वापस ला रहे हैं तस्करी कर अमेरिका ले जाई गई 157 बहुमूल्य कलाकृतियां

America PM Modi Gift : प्रधानमंत्री अपने देश भारत लौट आए हैं। लेकिन इस बार नरेंद्र मोदी अपने साथ 157 पुरानी और दुर्लभ कलाकृतियां लेकर वापस आए हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  Shraddha
Update: 2021-09-26 01:58 GMT

पीएम मोदी को अमेरिका ने दी 157 कलाकृतियां (फोटो - सोशल मीडिया)

America PM Modi Gift : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अमेरिका (America) के तीन दिवसीय दौरे पर थे जो पूरा हो चुका है अब प्रधानमंत्री अपने देश भारत लौट आए हैं। लेकिन इस बार नरेंद्र मोदी अपने साथ 157 पुरानी और दुर्लभ कलाकृतियां लेकर वापस आए हैं। यह सभी कलाकृतियां 11 वीं सीई से 14 वीं सीई की अवधि के साथ - साथ 2000 ईसा पूर्व की हैं। बता दें कि इन मूर्तियों को बिफोर कॉमन एरा (Before Common Era) बताया जा रहा है। 


आपको बता दें कि ये वो कलाकृतियां हैं जिसे अमेरिका चोरी, अवैध व्यापार और तस्करी के लिए अपने देश ले गया था और अमेरिका (America) ने इन पुरानी और दुर्लभ कलाकृतियों को जप्त कर लिया था। इतने सालों बाद अमेरिका ने उन्हीं मूर्तियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को वापस सौंपने का फैसला किया। अमेरिका के इस फैसले पर पीएम मोदी ने काफी सराहना की है। 


 सभी कलाकृतियां 11 वीं सीई से 14 वीं सीई की अवधि की है (फोटो - सोशल मीडिया)


 अमेरिका में जप्त 157 पुरानी और दुर्लभ कलाकृतियों की बात करें तो इसमें 10 वीं शताब्दी की बलुआ पत्थर से तैयार की गई डेढ़ मीटर की नक्काशी से लेकर 12 वीं शताब्दी की उत्कृष्ट कांसे की 8.5 सेंटीमीटर ऊंची नटराज की मूर्ति शामिल है। बताया जा रहा है कि 157 कलाकृतियों और पुरावशेषों में से 71 कलाकृतियां सांस्कृतिक हैं। इन मूर्तियों में हिन्दू धर्म की 60, बौद्ध धर्म की 16 और जैन धर्म की 9 मूर्तियां हैं। इसके साथ 18 वीं शताब्दी की एक तलवार भी सौंपी है। 


 अमेरिका द्वारा भारत को सौंपी गई कलाकृतियों (फोटो - सोशल मीडिया)

प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने एक बयान में कहा है कि अमेरिका द्वारा भारत को सौंपी गई कलाकृतियों में सांस्कृतिक पुरावशेष, हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म से सम्बंधित मूर्तियां शामिल हैं। अमेरिका द्वारा भारत को सौंपी गई अधिकतर मूर्तियां 11 से 14 वीं सदी के बीच की हैं और इनमें से कुछ मूर्तियां बहुत ही प्राचीन काल की है। 

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