international News: डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस से रूस की चांदी,जानिए पुतिन को क्या हुआ फायदा

international News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार को ओवल ऑफिस में हुई तीखी नोकझोंक पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।;

Update:2025-03-02 13:44 IST

International News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार को ओवल ऑफिस में हुई तीखी नोकझोंक पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस घटनाक्रम को लेकर रूस काफी खुश बताया जा रहा है। हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध रखी है। इस मामले में उनका कोई बयान अभी तक सामने नहीं आया है।

ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका रूस के संबंध में काफी बदलाव आया है और इस घटनाक्रम को उसी का नतीजा माना जा रहा है। वैसे इस घटनाक्रम से पुतिन को बड़ा फायदा हुआ है क्योंकि अमेरिकी सहायता बंद होने की स्थिति में यूक्रेन की मुश्किलें बढ़ जाएगी। हालांकि यूरोपीय देश जेलेंस्की की मदद के लिए आगे आए हैं मगर अमेरिका के हाथ खींच लेने से वे संकट में फंसे हुए दिख रहे हैं।

ट्रंप के तेवर से रूस की चांदी

अमेरिका और यूक्रेन के रिश्तों में आई कड़ुवाहट के बाद अब रूस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूत स्थिति में दिखने लगा है। अब पुतिन आराम से बैठकर इस बात का इंतजार कर सकते हैं कि अब इस मामले में आगे क्या होता है। पुतिन ने भले इस घटनाक्रम पर चुप्पी साथ रखी हो मगर रूस के विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। रूस के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसे इस बात का आश्चर्य है कि आखिरकार जेडी वेंस ने खुद को जेलेंस्की को थप्पड़ मारने से कैसे रोक लिया।

कूटनीतिक जानकारों का मानना है कि पुतिन ने इस मामले में जानबूझकर चुप्पी साथ रखी है। उनकी तो पूरी तरह चांदी दिख रही है और उन्हें इस मामले में बोलने की कोई जरूरत भी महसूस नहीं हुई क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप उनकी तरफ से खुद ही यूक्रेन पर आक्रामक रवैया अपनाए हुए हैं।

अमेरिका और यूक्रेन के बीच अब डील होना मुश्किल

ट्रंप ने पहले से ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को घेरने की रणनीति तैयार कर रखी थी। मुलाकात से पहले ही उनका कहना था कि जेलेंस्की के साथ उनकी मुलाकात पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन जाएगी और हुआ भी वही। दुनिया भर के मीडिया में दो दिनों से यह खबर छाई हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि अभी तक यूक्रेन के लिए अमेरिका ने बहुत कुछ किया है और यूक्रेन को मिनरल डील करके उसकी कीमत चुकानी होगी।

दूसरी ओर जेलेंस्की का कहना है कि अगर वे अमेरिका के साथ मिनरल डील करते हैं तो उसके बदले में उन्हें रूस से सुरक्षा की गारंटी चाहिए। अमेरिका अब यूक्रेन की मदद से हाथ खींच रहा है और इसे देखते हुए जेलेंस्की भी मिनरल डील से कदम वापस खींचते हुए दिख रहे हैं।

इस बीच रूस के पूर्व राष्ट्रपति और मौजूदा सुरक्षा काउंसिल के डिप्टी चीफ दिमित्री मेद्वेदेव का कहना है कि ओवल ऑफिस में यूक्रेन को अमेरिका की ओर से करारा तमाचा लगा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को कड़ा कदम उठाना चाहिए और यूक्रेन को दी जाने वाली मदद पूरी तरह से बंद कर देनी चाहिए।

ट्रंप के रुख से आया बड़ा बदलाव

ट्रंप के दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में कमान संभालने के बाद अमेरिका और रूस के रिश्तों में बड़ा बदलाव आया है। ट्रंप पुतिन के साथ बेहद नरमी से पेश आ रहे हैं और माना जा रहा है कि जल्द ही दुनिया के इन दोनों बड़े नेताओं की सऊदी अरब में मुलाकात भी हो सकती है। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप की पुतिन के साथ कई बार फोन पर बातचीत हो चुकी है। अमेरिका और रूस के रिश्तों में आई यह नजदीकी यूक्रेन के लिए बड़ी मुसीबत बनती हुई दिख रही है।

दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए अधिकारियों के स्तर की बातचीत भी शुरू हो चुकी है। जानकारों के मुताबिक रूस की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन के खनिज वाले इलाके अब रूस के कब्जे में हैं। अगर अमेरिका ने यूक्रेन का साथ छोड़ दिया तो इन इलाकों में खनन का अधिकार भी अमेरिका को दिया जा सकता है। रूस खुद भी खनन करके अमेरिका को उसका लाभ देने के लिए तैयार है। अमेरिका के बदले रवैए के बाद माना जा रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में अब रूस का पलड़ा काफी भारी हो गया है।

Tags:    

Similar News