Bangladesh Violence: बांग्लादेश में शेख मुजीब की प्रतिमा पर चले हथौड़े, PM के आवास में घुसे लोगों ने की जमकर लूटपाट,शेख हसीना का दफ्तर फूंका

Bangladesh Violence: शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक कहे जाने वाले शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा भी तोड़ दी। बांग्लादेश में बेमियादी कर्फ्यू के बीच इंटरनेट पर बैन लगा हुआ है

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-08-05 13:15 GMT

Bangladesh Violence

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हालत बुरी तरह बेकाबू होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद शेख हसीना ने सुरक्षा कारणों से बांग्लादेश छोड़ दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के कार्यालय और आवास में घुस गए। प्रधानमंत्री के आवास और कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ और लूटपाट हुई है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने ढाका में शेख हसीना का दफ्तर भी फूंक दिया है। गृह मंत्री के आवास पर भी आगजनी की गई।

शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक कहे जाने वाले शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा भी तोड़ दी। बांग्लादेश में बेमियादी कर्फ्यू के बीच इंटरनेट पर बैन लगा हुआ है मगर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के हालात पूरी तरह बेकाबू बने हुए हैं। सेना प्रमुख वकार उज जमान की ओर से की गई शांति बहाली की अपील का भी कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। ढाका की सड़कों पर जगह-जगह उत्पात, तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट की खबरें आ रही हैं।


शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा तोड़ी

बांग्लादेश के लोगों में शेख हसीना के प्रति काफी गुस्सा दिख रहा है। उग्र प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा पर जमकर हथौड़े चलाए। इस विशालकाय प्रतिमा का सर तोड़कर अलग कर दिया गया।बांग्लादेश की राजनीति में शेख मुजीबुर रहमान का कद कुछ ऐसा ही जैसा भारत में महात्मा गांधी हैं। ठीक उसी तरह बांग्लादेश की आवाम में मुजीबुर रहमान बंगबंधु के नाम से जाने जाते हैं। उनका नाम बांग्लादेश में काफी आदर के साथ लिया जाता रहा है और उन्हें बांग्लादेश का संस्थापक माना जाता है। इसके बावजूद उनकी प्रतिमा को भी निशाना बनाया गया।


प्रधानमंत्री आवास में जमकर लूटपाट

उग्र प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास को भी नहीं बक्शा। काफी संख्या में लोग प्रधानमंत्री के आवास में घुस गए। सोशल मीडिया पर कई तस्वीरों और वीडियो में लोग प्रधानमंत्री आवास में लूटपाट करते हुए दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास में घुसे लोग अपने साथ कई महंगे सामान ले जाते हुए दिखे।वीडियो से पता लगा है कि जिसके हाथ जो कुछ लगा, वह उसे लेकर चंपत हो गया। प्रधानमंत्री आवास के एक वीडियो में एक प्रदर्शनकारी एक बेड पर आराम फरमाते हुए दिखा। प्रधानमंत्री आवास के भीतर आंदोलनकारी चिकन खाते हुए भी दिखे।


शेख हसीना का कार्यालय फूंका

बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रति लोगों में इतना गुस्सा भरा हुआ है कि लोगों ने उनके कार्यालय भी फूंक दिया। उनके कार्यालय पर काफी संख्या में लोग चढ़े हुए दिखे जिन्होंने आगजनी करके कार्यालय को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। इसके साथ ही बांग्लादेश के गृह मंत्री का आवास भी फूंक दिया गया है। देश के कई अन्य स्थानों पर भी आगजनी और लूटपाट होने की खबरें हैं।


हिंसा के पीछे पाकिस्तान का हाथ

वैसे बांग्लादेश में भड़की हिंसा के पीछे सेना प्रमुख वकार उज जमान ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ बताया है। जानकारों का कहना है कि बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए पाकिस्तानी हाथ से इनकार नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान के खुफिया तंत्र ने लोगों को भड़काने में बड़ी भूमिका निभाई है। पिछले कुछ समय से आवाम पर शेख हसीना की पकड़ कमजोर पड़ी है। आरक्षण विरोधी आंदोलन छोड़ने के बाद उनकी स्थिति और कमजोर हो गई।


शेख हसीना के खिलाफ क्यों भड़का गुस्सा

शेख हसीना 2009 से ही लगातार बांग्लादेश के प्रधानमंत्री बनी हुई है और उनके खिलाफ मौजूदा समय में जबरदस्त एंटी इनकम्बेंसी भी है। विपक्षी दलों की ओर से लंबे समय से शेख हसीना पर चुनाव में धांधली किए जाने का आरोप लगाया जाता रहा है।इन सब कारणों से उनके खिलाफ लोगों में जबरदस्त नाराजगी थी जो अब व्यापक रूप में सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी ने इसका फायदा उठाया और शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया।



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