'हमास पर इजरायल का जवाबी हमला मिडिल ईस्ट को बदल देगा', बेंजामिन नेतन्याहू ने दी चेतावनी, EU ने फिलिस्तीन की मदद रोकी
Israel-Hamas Conflict : इजरायल पर हमास के हमले में दो दिनों में 700 लोगों की मौत हो चुकी है। IDF ने कहा, हम बर्बर आतंकियों से लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ उचित जवाबी कार्रवाई करेंगे।'
Benjamin Netanyahu on Hamas: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने सोमवार (09 अक्टूबर) को कहा कि, 'फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के अभूतपूर्व हमले पर इजरायल की जवाबी कार्रवाई मध्य-पूर्व (Middle East) को बदल देगी'। नेतन्याहू ने भरोसा जताया है कि, इस जंग में इजरायल की ही जीत होगी।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किए एक पोस्ट में देश की जनता से कहा है कि, 'मैं आपसे आग्रह करता हूं कि, आप दृढ़ रहें। क्योंकि हम मध्य-पूर्व को बदलने जा रहे हैं। मैं आपको और निवासियों को गले लगाता हूं। हम सब आपके साथ हैं। हम उन्हें मजबूती से हराएंगे।'
रक्षा मंत्री ने गाजा पट्टी की 'पूर्ण घेराबंदी का दिया आदेश
वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट (Israel Defense Minister Yoav Galant) ने भी गाजा पट्टी की 'पूर्ण घेराबंदी का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि, 'सभी अधिकारी बिजली आपूर्ति ठप कर दें। वहां भोजन और ईंधन नहीं पहुंचने दें।' इस बीच, EAH न्यूज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल पर हमास के हमले के बाद यूरोपीय यूनियन (EU) ने फिलिस्तीन को भेजी जाने वाली सभी मदद को सस्पेंड कर दिया है।'
'हम बर्बर आतंकियों से लड़ रहे हैं'
आपको बता दें, इजरायल पर हमास के अटैक में पिछले दो दिनों में 700 इजराइली नागरिकों की मौत हो चुकी है। गैलेंट इजरायल रक्षा बल यानी IDF दक्षिणी कमान में परिचालन तैयारियों का जायजा ले रहा है। इस मीटिंग में दक्षिणी कमान के प्रमुख मेजर जनरल यारोन फिंकलमैन भी मौजूद हैं। एक बयान में आईडीएफ के हवाले से कहा गया है कि, 'मैंने एक आदेश दिया है कि गाजा की पूर्ण घेराबंदी की जाए। वहां की बिजली आपूर्ति ठप हो। भोजन या ईंधन नहीं पहुंचने दें। क्योंकि, हम बर्बर आतंकियों से लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ उचित जवाबी कार्रवाई करेंगे।'
बुनियादी जरूरतों के लिए इजरायल पर निर्भर
आपको बता दें, गाजा पट्टी (Gaza Strip) अपनी बुनियादी जरूरतों की आपूर्ति के लिए काफी हद तक इजरायल पर निर्भर है। इस तरह के फैसले से घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में रहने वाले 23 लाख लोगों के लिए दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। साल 2007 में हमास द्वारा प्रतिद्वंद्वी फलस्तीनी बलों (Palestinian forces) से सत्ता छीनने के बाद से इजरायल और मिस्र ने गाजा पर विभिन्न स्तर के प्रतिबंध लगाए हैं।