North Korea: किम जोंग की बहन ने अमेरिका को धमकाया, कार्रवाई की चेतावनी
North Korea: किम ने रविवार को अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन की दक्षिण कोरिया यात्रा की निंदा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई उत्तर कोरिया के खिलाफ "टकराव की नीति" है।;
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग (photo: social media )
North Korea: उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका के ट्रंप प्रशासन को उत्तर कोरिया से टकराव न बढ़ाने की चेतावनी दी है। किम ने दक्षिण कोरिया में अमेरिकी विमानवाहक पोत के आगमन और अन्य अमेरिकी सैन्य गतिविधियों के जवाब में बड़े पैमाने पर उकसावे की कार्रवाई शुरू करने की धमकी भी दी है। किम ने कहा है कि अमेरिका और उसके पिट्ठू टकराव का उन्माद पैदा कर रहे हैं।
किम ने रविवार को अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन की दक्षिण कोरिया यात्रा की निंदा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई उत्तर कोरिया के खिलाफ "टकराव की नीति" है। किम ने कहा, "इस साल नया प्रशासन आते ही अमेरिका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ राजनीतिक और सैन्य उकसावे बढ़ा दिए हैं। ये हरकतें पिछले प्रशासन की शत्रुतापूर्ण नीति को आगे बढ़ाने वाली हैं।"
किम यो जोंग की चेतावनी का मतलब है कि उत्तर कोरिया संभवतः हथियार परीक्षण गतिविधियों में तेजी लाएगा और अमेरिका के खिलाफ टकराव का रुख बरकरार रखेगा।
जानकारों का कहना है कि उत्तर कोरिया इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर सकता है, जो सीधे अमेरिका पर हमला करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इसके अलावा अन्य शक्तिशाली मिसाइलें भी हैं जो क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम हैं।
इस बीच दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि वह अमेरिका के साथ एक ठोस सैन्य गठबंधन के आधार पर उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी उकसावे को विफल करने के लिए तैयार है। मंत्रालय के एक बयान में किम यो जोंग के बयान को "कुतर्क" कहा गया है।
अमेरिकी जहाज का आगमन
अमेरिकी युद्ध पोत 'यूएसएस कार्ल विंसन' और उसका स्ट्राइक ग्रुप दक्षिण कोरिया 2 मार्च को पहुंचा। इसका मकसद उत्तर कोरिया के खतरों के सामने अमेरिका-दक्षिण कोरियाई सैन्य गठबंधन की दृढ़ता को प्रदर्शित करना और अमेरिका की रणनीतिक तैनाती है। अमेरिकी वाहक का आगमन उत्तर कोरिया द्वारा क्रूज मिसाइलों का परीक्षण करने के चार दिन बाद हुआ है। उत्तर कोरिया के ये इस वर्ष का चौथा मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम था।
उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया में ऐसे शक्तिशाली अमेरिकी सैन्य साजोसामान के आगमन को प्रमुख सुरक्षा खतरों के रूप में देखता है और अक्सर मिसाइल परीक्षणों के साथ जवाब देता है।
ट्रम्प का प्रस्ताव
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह कूटनीति को बहाल करने के लिए किम जोंग उन से संपर्क करेंगे। उत्तर कोरिया ने ट्रम्प के प्रस्ताव पर सीधे प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन जनवरी में ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से उत्तर कोरिया के खिलाफ कथित अमेरिकी नेतृत्व वाली शत्रुता तेज हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि किम जोंग उन ट्रम्प के आउटरीच को जल्द ही स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वह अब हथियारों और सैनिकों की आपूर्ति के साथ यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के अपने समर्थन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब किम को लगेगा कि वह रूस के साथ अपने देश के मौजूदा बढ़ते सहयोग को बरकरार नहीं रख सकते, तो वह ट्रंप के साथ कूटनीति पर वापस लौटने पर विचार कर सकते हैं।
ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान 2018-19 में किम और ट्रंप ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के भविष्य पर चर्चा करने के लिए तीन बार मुलाकात की। उत्तर कोरिया पर अमेरिका के नेतृत्व वाले आर्थिक प्रतिबंधों पर विवाद के कारण उनकी कूटनीति अंततः ध्वस्त हो गई।