Blasts In Iran: धमाकों से दहला ईरान, 103 की मौत, पूर्व जनरल की चौथी बरसी पर जुटे थे लोग

Blasts In Iran: बुधवार को कासिम सुलेमानी की चैथी बरसी थी। 3 जनवरी 2020 को सुलेमानी को अमेरिका और इजराइल ने बगदाद में एक मिसाइल अटैक में मार गिराया था।

Update:2024-01-03 19:32 IST

धमाकों से दहला ईरान, 73 की मौत, पूर्व जनरल की चौथी बरसी पर जुटे थे लोग: Photo- Social Media

Blasts In Iran: ईरान का केरमन शहर बुधवार को धमाकों से दहल उठा। केमरान में एक के बाद एक दो धमाकों में 103 लोगों की मौत हो गई और 171 घायल हो गए। यह धमाके देश के पूर्व जनरल (रिवोल्यूशनरी गार्ड्स) कासिम सुलेमानी के मकबरे पर हुए। पुलिस ने इसे आतंकी हमला करार देते हुए कहा कि इसकी जांच की जा रही है।

बुधवार को कासिम सुलेमानी की चौथी बरसी थी। 3 जनवरी 2020 को सुलेमानी को अमेरिका और इजराइल ने बगदाद में एक मिसाइल अटैक में मार गिराया था। वो सीक्रेट विजिट पर बगदाद गए थे। एक मीटिंग के बाद जब सुलेमानी कार में बैठने लगे तो एक मिसाइल उनकी कार से आकर टकराई और इस हमले में सुलेमानी समेत कई लोग मारे गए। पश्चिम एशिया में इन दिनों तनाव चरम पर है।एक ही दिन पहले हमास के नंबर दो नेता सालेह अल-अरुरी बेरूत में एक ड्रोन हमले में मारे गए थे। लेबनानी अधिकारियों ने इसके लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है।

मस्जिद के पास विस्फोट

3 जनवरी 2020 को सुलेमानी को अमेरिका और इजराइल ने बगदाद में एक मिसाइल अटैक में मार गिराया था। वो सीक्रेट विजिट पर बगदाद गए थे। एक मीटिंग के बाद जब सुलेमानी कार में बैठने लगे तो एक मिसाइल उनकी कार से आकर टकराई और इस हमले में सुलेमानी समेत कई लोग मारे गए। सुलेमानी को उनके गृहनगर करमान में साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास दफनाया गया था। सुलेमानी की मौत की बरसी पर उनके समर्थक मस्जिद के पास एकत्र हुए थे। यहीं पर दो विस्फोट हुए।

करमान के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि विस्फोट एक "आतंकवादी हमला" था। सरकारी मीडिया ने कहा कि बम विस्फोटों में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं। ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी ने जानकार सूत्रों के हवाले से कहा, बमों से भरे दो बैगों में विस्फोट हो गया।इस घटना को अंजाम देने वालों ने जाहिर तौर पर रिमोट कंट्रोल से बम विस्फोट किया।

करमान के मेयर सईद तबरीज़ी के हवाले से कहा गया कि बम 10 मिनट के अंतराल पर फटे। ऑनलाइन फ़ुटेज में भीड़ को भागने की होड़ करते हुए दिखाया गया। सुरक्षाकर्मियों ने इलाके को घेर लिया था। सरकारी टेलीविजन पर मौजूद तस्वीरों में इलाके में कई एम्बुलेंस और बचाव कर्मी दिखाई दे रहे हैं।

सुलेमानी ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी ऑपरेशन शाखा, कुद्स फोर्स का नेतृत्व कियाथा, जो पूरे मध्य पूर्व में सैन्य अभियानों की देखरेख करता था। जीवित रहते हुए ही ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई द्वारा "जीवित शहीद" घोषित किए गए सुलेमानी को इराक और सीरिया दोनों में इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह को हराने में उनकी भूमिका के लिए व्यापक रूप से नायक माना जाता था। कई ईरानियों की नज़र में, उनकी सैन्य और रणनीतिक क्षमता अफगानिस्तान के साथ-साथ सीरिया और इराक जैसे पड़ोसी देशों के बहु-जातीय विघटन को रोकने में सहायक थी।

क्या हुआ था सुलेमानी के साथ

सुलेमानी 3 जनवरी 2020 को सीरिया विजिट पर गए थे और वहां से चुपचाप इराक की राजधानी बगदाद पहुंच गए। इसकी जानकारी अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसीज को मिल गई। उनके समर्थक शिया संगठन के अफसर उन्हें विमान के पास ही लेने पहुंच गए। एक कार में जनरल कासिम और दूसरी में शिया सेना के प्रमुख मुहंदिस थे। जैसे ही दोनों की कार एयरपोर्ट से बाहर निकली, वैसे ही रात के अंधेरे में अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन ने उस पर मिसाइल दाग दीं।

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