भयानक युद्ध: सैनिकों की इतनी बेरहमी से हो रही हत्या, कांप जाएगी रूह
आर्मीनिया के रक्षामंत्रालय की प्रवक्ता शूशन स्तेपनयन ने तस्वीरें ट्वीट किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें दिख रहा है कि कैसे आर्मीनियाई सैनिकों को मारा गया है।
लखनऊ: नागोर्नो-काराबाख को लेकर आर्मीनिया और अजरबैजान में भीषण युद्ध जारी है। इस जगं में क्रूरता भी दिखाई देने लगी है। इस युद्ध में हजारों लोगों की जान चली गई है। अब इस युद्ध वीभत्स रूप ले लिया है। आर्मीनिया ने आरोप लगाया है कि उसके सैनिकों को निर्दयता से हत्या की जारी रही है। उनको सिर काट कर मारा जा रहा है।
सोशल मीडिया कई ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें देखा जा सकता है आर्मीनियाई सैनिकों के सिर धड़ से अलग हैं। इसके अलावा अजरबैजान पर युद्धबंदियों के मानवाधिकार उल्लंघन और जंग में आतंकियों का इस्तेमाल करने का आरोप लग रहा है।
आर्मीनिया के रक्षामंत्रालय की प्रवक्ता शूशन स्तेपनयन ने तस्वीरें ट्वीट किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें दिख रहा है कि कैसे आर्मीनियाई सैनिकों को मारा गया है। उनका दावा किया है कि उनके पास इसके सबूत भी हैं। वहीं, नागोर्नो-काराबाख की तरफ से कहा गया है कि यह जानते हुए कि सैनिक निहत्थे हैं और घायल हैं, उनकी हत्या करना युद्ध-अपराध है। आम नागरिकों को मारना भी अपराध है।
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अजरबैजान के बॉर्डर गार्ड्स की वर्दी में आतंकी?
इससे पहले आर्मीनिया की तरफ से एक वीडियो जारी किया था। आरोप है कि अर्मीनिया पर हमले के लिए अजरबैजान ने सीरिया से आतंकी बुलाए हैं। आर्मीनिया सरकार के आर्मीनियाई यूनाइफाइड इन्फोसेंटर की तरफ से यह वीडियो जारी किया था। इसमें कहा गया था कि अजरबैजान के बॉर्डर गार्ड्स की यूनिफॉर्म में आतंकवादियों भेजा जा रहा है। अब मारने के बाद सिर काटने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। सिर काटने का तरीका आतंकी संगठन आईएसआईएस का है। इसलिए अर्मीनिया दावे सच लग रहे हैं।
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पाकिस्तान और तुर्की ने दिए पैसे: रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि पाकिस्तान और तुर्की ने इस आतंकवादियों को युद्ध लड़ने के लिए काफी पैसे दिए हैं। बताया जाता है कि ये आतंकी 22 सितंबर और उसके बाद तुर्की के रास्ते अजरबैजान की राजधानी बाकू गए थे। इन आईएसआईएस आतंकियों की संख्या 1 हजार बताई जा रही है। अधिकतर आतंकी सीरिया से आए हैं।
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