चीन-पाक की टेंशन: ये प्रोजेक्ट भारत के लिए बड़ा खतरा, जल्द करना होगा कुछ

चीन और पाकिस्तान भारत से जुड़े विवादित क्षेत्र पर मिलकर अपने इकोनॉमिक कॉ़रीडोर के लिए रेल प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहे हैं। दोनों देश इस प्रोजेक्ट पर हजारों करोड़ों रुपये खर्च करने वाले हैं।

Update: 2020-08-09 09:50 GMT
51 thousand crore railway project of China-PAK

नई दिल्ली: भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान का एक साथ आना कोई नई बात नहीं है। दोनों देश भारत के खिलाफ कई मोर्चों पर साथ आए हैं। वहीं अब चीन और पाकिस्तान भारत से जुड़े विवादित क्षेत्र पर मिलकर अपने इकोनॉमिक कॉ़रीडोर के लिए रेल प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहे हैं। बता दें कि ये रेल परियोजना ऐसे इलाके से निकलता है जिसे लेकर भारत, चीन और पाकिस्तान के बीच अक्सर विवाद होते रहते हैं। दोनों देश इस प्रोजेक्ट पर हजारों करोड़ों रुपये खर्च करने वाले हैं।

यह भी पढ़ें: ब्राहम्णों पर बड़ी घोषणा: अब मायावती को आई याद, चल रही अखिलेश की राह पर

चीन-पाक के बीच 6.8 बिलियन डॉलर का रेल प्रोजेक्ट

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान मिलकर 6.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 50 हजार 980 करोड़ रुपये का रेल प्रोजेक्ट शुरू कर रहे हैं। इसके अलावा दोनों देश ने मिलकर थाकोट से हवेलियां तक 118 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई है। जो कि एक बड़ी सड़क परियोजना का छोटा सा हिस्सा है। यह सड़क पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से चीन के शिनजियांग इलाके के काशगर तक जाएगी। यह नई सड़क जम्मू-कश्मीर से सटे विवादित क्षेत्र के बगल से निकलेगी।

यह भी पढ़ें: मोदी पर गरजे राहुल: कहा रोजगार दो मोदी सरकार, शेयर किया वीडियो

जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों पर चीन-पाक रख सकेंगे नजर

कहा जा रहा है कि अगर एक बार यह सड़क पूरी हो जाती है तो फिर चीन और पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों पर सीधी निगरानी रख सकते हैं। पाकिस्तान के इस्लामाबाद से चीन के शिनजियांग इलाके के काशगर तक जाने वाले इस हाइवे को फ्रेंडशिप हाइवे नाम दिया गया है। इस हाइवे के जरिए ना केवल पाकिस्तान और चीन दोनों देश भारत के रणनीतिक हिस्सों पर नजर रख सकेंगे, बल्कि आपसी परिवहन के रास्ते भी खोल देंगे।

यह भी पढ़ें: यूपी में खूनी खेल: कूड़े पर मचा घमासान, दबंगों ने घर में घुसकर किया ये हाल

यातायात परियोजना से भारत में बेचैनी

शंघाई म्यूनिसिपल सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के एक्सपर्ट वांग देहुआ ने इस मामले में कहा कि चीन और पाकिस्तान के इन यातायात परियोजना के चलते भारत थोड़ा बेचैन तो है। भारत की बेचैनी की सबसे बड़ी वजह यह है कि इस हाइवे के जरिए आसानी से भारत के रणनीतिक इलाके निशाने पर लिए जा सकते हैं। वांग का कहना है कि पहले कश्मीर केवल भारत और पाकिस्तान के बीच का ही मुद्दा था, लेकिन अब यह भारत, पाकिस्तान और चीन तीनों के बीच एक बड़ा मसला बन गया है।

यह भी पढ़ें: तबाही की शुरुआत: तेजी से पिघल रहा ग्लेशियर, वैज्ञानिकों ने जताई चिंता

भारत के इस फैसले से बौखलाए चीन और पाकिस्तान

बता दें कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के भारत के इस फैसले से पाकिस्तान और चीन दोनों ही देशों की बौखलाहट बढ़ गई थी। क्योंकि दोनों ही देश इन लद्दाख और जम्मू कश्मीर राज्यों के हिस्सों पर अपना दावा जताते रहते हैं। वहीं लद्दाख को लेकर भारत कई बार चीन के खिलाफ कड़े कदम उठा चुका है इसलिए भारत चीन से भी चिंतित है।

यह भी पढ़ें: थाना बना जुआ अड्डा: खुलेआम खेला जाता है खेल, पुलिस भी दे रही साथ

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News