तवांग मुद्दे पर चीन ने अमेरिका को दी धमकी, कहा- भारत के साथ विवाद में दखल बर्दाश्त नहीं

Update: 2016-10-24 12:09 GMT

बीजिंग: भारत में तैनात अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से चीन बौखला गया है। सोमवार को चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा, 'नई दिल्ली और बीजिंग के बीच विवादास्पद क्षेत्र में किसी तीसरे पक्ष की दखल को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

गौरतलब है कि अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा तवांग में एक उत्सव में शिरकत करने गए थे। अरुणाचल प्रदेश का तवांग जो कि चीन से सटा क्षेत्र है, वहां पर रिचर्ड वर्मा के जाने के बाद बीजिंग ने कहा, कि ऐसी घटना से दोनों देशों के बीच न सिर्फ विवाद और बढ़ेगा बल्कि क्षेत्र की शांति को भी गहरा धक्का पहुंचेगा।

चीन ने जताया कड़ा विरोध

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू केंग ने अपनी नियमित संवाददाता ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'जिस जगह के सीनियर राजनयिक ने आधिकारिक दौरा किया है वह क्षेत्र चीन और भारत के बीच का विवादास्पद हिस्सा है। इसलिए, हम भारत और चीन के इस विवादास्पद हिस्से में दौरे का कड़ा विरोध करते हैं।'

अमेरिका भारत-चीन रिश्ते में न दे दखल

उल्लेखनीय है कि भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से को चीन दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताकर उस पर अपना दावा करता रहा है।चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू केंग ने आगे कहा, 'हम अमेरिका से यह साफ तौर पर कहना चाहते हैं कि वह चीन और भारत के बीच सीमा विवाद के मुद्दे पर दखल देना बंद करे। क्षेत्र की शांति और स्थायित्व के लिए अपनी दृढ़ता का परिचय दे।'

इससे बढ़ेगा तनाव

लू केंग ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा का मुद्दा काफी जटिल और संवेदनशील था। ऐसे में अगर कोई तीसरा पक्ष उसमें दखल देता है तो उससे और तनाव उत्पन्न होगा।

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