Cluster-Vacuum Bomb: क्या है क्लस्टर बम और वैक्यूम बम, क्यों इनके नाम से थर्राती है दुनिया
Cluster -Vacuum Bomb क्लस्टर बम को आमतौर पर लड़ाकू विमानों अथवा ज़मीन से लांच किया जाता है, जो कि निर्धारित लक्ष्य पर पहुंचने के साथ ही इस प्रमुख क्लस्टर बम से कई अन्य छोटे-छोटे विस्फोटक पदार्थ भी निकलते हैं।
Cluster-Vacuum Bomb: रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) हालातों के मद्देनज़र इसमें एक नए किरदार का प्रवेश हो चुका है, जी हां यह किरदार कोई शख्स नहीं बल्कि एक बेहद ही खतरनाक बम है। दरअसल अमेरिका में मौजूद यूक्रेनी राजदूत ने इस बात का दावा किया है कि रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर क्लस्टर और वैक्यूम बम का इस्तेमाल कर हमला किया गया है। रूस द्वारा जारी हमले के चलते यूक्रेन में अबतक भारी तबाही देखने को मिली है। आइये जानते हैं क्लस्टर और वैक्यूम बम के बारे में-
क्लस्टर बम-
क्लस्टर बम को आमतौर पर लड़ाकू विमानों अथवा ज़मीन से लांच किया जाता है, जो कि निर्धारित लक्ष्य पर पहुंचने के साथ ही इस प्रमुख क्लस्टर बम से कई अन्य छोटे-छोटे विस्फोटक पदार्थ भी निकलते हैं, जो लललक्ष्य के अतिरिक्त उसके आसपास के क्षेत्र को भी तबाह कर सकता है। इस क्लस्टर बम के चलते यदि निशाना थोड़ा बहुत चूक भी जाता है तब भी लक्ष्य पर हमला हो सकता है। यह इसलिए भी बहुत घातक है क्योंकि क्लस्टर बम अपने लक्ष्य के अतिरिक्त आस-पास के इलाके को भी निशाना बनाकर हमला बोल सकता है।
वैक्यूम बम
आपको बता दें कि वैक्यूम बम में बारूद का प्रयोग नहीं किया जाता है, जिसके चलते ही इसे थर्मोबैरिक हथियार कहते हैं। बारूद के अतिरिक्त बात करें तो वैक्यूम बम उच्च-दाब वाले अन्य विस्फोटकों से परिपूर्ण होते हैं तथा वैक्यूम बम की मदद से हमले के पश्चात भयानक विस्फोट हेतु यह बम आसपास मौजूदा वातावरण में उपलब्ध ऑक्सीजन का इस्तेमाल करता है। इसी के साथ वैक्यूम बम में अल्ट्रासोनिक तरंगे निकलती हैं, जिसकी मदद से यह बम भयानक तबाही मचाने के साथ ही करीब 300 मीटर के दायरे तक विस्फोट कर सकता है। रोचल तथ्य यह है कि इस वैक्यूम बम को सभी विस्फोटक बमों का पितामह भी कहते हैं।