Corona and Flu: कोरोना और फ्लू का कॉम्बिनेशन है ढाई गुना जानलेवा

Corona and Flu: यूके और नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोरोना और इन्फ्लूएंजा, दोनों के संक्रमण से ग्रसित मरीजों को वेंटिलेटर की आवश्यकता चार गुना अधिक और मरने की संभावना 2.4 गुना अधिक पाई गई है।

Report :  Neel Mani Lal
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-03-27 12:10 IST

Corona New Variant (Photo - Social Media)

Corona and Flu: कोरोना और इन्फ्लूएंजा, दोनों अलग अलग वायरस की बीमारी हैं और अगर किसी व्यक्ति को एक ही समय में दोनों वायरस का संक्रमण हो गया तो सीधे जान पर बन सकती है। कोरोना और अन्य श्वास रोगों पर की गई अब तक की सबसे बड़ी स्टडी के शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना और फ्लू दोनों के संक्रमण के साथ अस्पताल में भर्ती वयस्कों में गंभीर बीमारी और मृत्यु का जोखिम ढाई गुना ज्यादा होता है।

यूके और नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोरोना और इन्फ्लूएंजा, दोनों के संक्रमण से ग्रसित मरीजों को वेंटिलेटर की आवश्यकता चार गुना अधिक और मरने की संभावना 2.4 गुना अधिक पाई गई है। ये तुलनात्मक अध्ययन उन लोगों के साथ किया गया जो केवल कोरोनावायरस से संक्रमित हैं, या ऐसे लोग हैं जिनमें कोरोना और अन्य किसी वायरस का संयोजन है।

कोरोना और फ्लू से बचाव करने वाले टीके अलग

एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर केनेथ बेली ने कहा है कि दोनों वायरस (कोरोना और इन्फ्लूएंजा) एक साथ 'विशेष रूप से खतरनाक' हैं। उन्होंने कहा : 'यह महत्वपूर्ण होगा क्योंकि कई देश सामाजिक दूरी और रोकथाम के उपायों के घटा रहे हैं।' यूके सरकार ने पिछले महीने 'कोरोना के साथ जीने' की अपनी योजना के तहत कोरोनावायरस प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया था। भारत में 31 मार्च से तमाम प्रतिबंध समाप्त किये जा रहे हैं।

सरकार के दस्तावेज़ में चेतावनी दी गई है कि इन्फ्लूएंजा निगरानी के लिए महत्वपूर्ण होगा और दोहरा संक्रमण स्वास्थ्य सेवाओं पर और दबाव डाल सकता है। प्रोफेसर बेली ने कहा है कि फ्लू के साथ कोरोना प्रसारित होगा, जिससे सह-संक्रमण की संभावना बढ़ जाएगी। इसीलिए हमें अस्पताल में कोरोना रोगियों के लिए अपनी परीक्षण रणनीति बदलनी चाहिए और फ्लू के लिए अधिक व्यापक रूप से परीक्षण करना चाहिए।

इस स्टडी में एडिनबर्ग, लिवरपूल विश्वविद्यालय, इंपीरियल कॉलेज लंदन और नीदरलैंड में लीडेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने फरवरी 2020 और दिसंबर 2021 के बीच 305,000 से अधिक कोरोना मरीजों के डेटा का विश्लेषण किया गया था। इनमें से, 6,965 कोरोनावायरस वाले रोगियों में अन्य श्वसन वायरस से सह-संक्रमण पाया गया, 227 में इन्फ्लूएंजा वायरस भी था।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर पीटर ओपेनशॉ ने कहा कि एक से अधिक वायरस से संक्रमित होना बहुत आम नहीं है, लेकिन यह जानना महत्वपूर्ण है कि सह-संक्रमण होता है। कोरोना और फ्लू से बचाव करने वाले टीके अलग हैं, और लोगों को दोनों की जरूरत है। जिस तरह से इन दो संक्रमणों का इलाज किया जाता है वह भी अलग है, इसलिए अन्य वायरस के लिए परीक्षण करना महत्वपूर्ण है। ये शोध मेडिकल जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित हुआ है।

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