Coronavirus: वैक्सीनेशन के बाद भी लोग हुए कोरोना संक्रमित, वैज्ञानिकों ने बताई वजह

Coronavirus: कोरोना महामारी के प्रकोप से पूरा विश्व जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस की इस लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन है।

Newstrack :  Network
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-08-23 03:24 GMT

कोरोना संक्रमण की जांच करते डॉक्टर (फोटो:सोशल मीडिया)

Coronavirus: कोरोना महामारी के प्रकोप से पूरा विश्व जंग लड़ रहा है। कोरोना वायरस की इस लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन है। जिसके बाद कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे विश्व में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन (Vaccination) का काम चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिक वायरस और वैक्सीन पर रिसर्च कर रहे हैं।

इस बीच वैज्ञानिकों के बीच एक हैरान करने वाला डाटा सामने आया है। पिछले कुछ दिनों के डेटा के मुताबित वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि वैक्सीन की डोज लेने के बाद लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि अभी ये स्पष्ठ नहीं हो पाया है कि कितने लोग ऐसे संक्रमण का शिकार हुए हैं। इस

वैक्सीनेशन के बाद संक्रमितों के आंकड़े ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ाई

वैक्सीन लगने के बाद कोरोना संक्रमित का आंकड़ा मिलने पर वैज्ञानिकों की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। लेकिन अभी इसका ठीक से पता नहीं चल सका है कि जो लोग कोरोना वैक्सीन लगवाए हैं वो वायरस से ग्रसित है या वह दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं या नहीं। वैज्ञानिकों के लिए इसकी चिंता बढ़ गई है। वैक्सीन लगवाने वाले गंभीर बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग ग्रसित हो रहे हैं। वहीं इसके बारे में अभी वैज्ञानिकों कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

सेंटर फॉर डिजीज कंटोल एंड प्रिवेंशन के पूर्व निदेशक टॉम फ्रिडेम ने कहा हमें जो भी पता है जो भी हम नहीं जानते हैं। उसके बारे में विनम्र होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कुछ चीजें निश्चित रुप से कह सकते हैं कि यह एक कठिन प्रश्न है। जिसका हमें समाधान करना होगा।

कोरोना संक्रमण की जांच करते डॉक्टर (फोटो:सोशल मीडिया)


वैज्ञानिकों का मानना है कि लोगों के पास जागरूकता की कमी है

इस पर वैज्ञानिकों का मानना है कि लोगों के पास जागरूकता का कमी है। लोग कोरोनी वैक्सीन की डोज लेने के बाद ब्रेफ्रिक्री से बाहर घूम रहे हैं। वह किसी भी तरह के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। संक्रमण होने का यह सबसे बड़ा कारण है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड की नई लहर के बीच सभी तरह की रोक को हटाना बहुत ही कमजोर फैसला है। संगीत कार्यक्रम उसमें भीड़ एकत्रित होना कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी करना इन सबका परिणाम यह हुआ कि संक्रमण की कुछ अलग तस्वीरें सामने आ रही हैं।

वैक्सीनेशन के बाद संक्रमित होने वाले बरत रहे लापरवाही

वैक्सीनेशन से फिर से लोग कोरोना संक्रमण से ग्रसित हो रहे हैं। इस संबध में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन ली वै खुद लापरवाही बरत रहे हैं। भीड़ भाड़ जगहों पर जा रहे हैं। बिना मास्क के बाहर निकलना। कोरोना नियमों का पालन न करना। इसका नतीजा है कि वायरस फिर से शरीर में आक्रामण कर रहा है।

विशेषज्ञों से मिली जानकारी के मुताबित एक वायरस की प्रकृति जानने के लिए कई तरह की केस स्टडी की जरूरत होती है। विशेषज्ञों ने कहा जब व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ था उस दौरान मौसम कैसा है। किसी पैटर्न को समझने में ये सभी बेहद मुश्किल पैदा करते हैं।

प्रोविसेटाउन, मैसाचुसेट्स के समुद्री तट पर बसे शहर सबसे अधिक संक्रमित

प्रोविसेटाउन, मैसाचुसेट्स के समुद्री तट पर बसे शहर के सबसे अधिक लोग वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना संक्रमित से ग्रसित हो रहे हैं। क्यों कि यहां हजारों लोग टीकाकरण कराने के बाद बिना किसी नियमों का पालन करें जुलाई के चौथे सप्ताह में डांस फ्लोर और हाउस पार्टियों में शामिल हुए। उन्हें देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि वह महामारी के एक खतरनाक मोड़ पर हैं। एक रिपोर्ट के मुताबित 469 संक्रमित लोगों में से करीब तीन चौथाई लोगों ने वैक्सीन ले रखी है।

अमेरिका में तेजी से फैल रहा डेल्टा वायरस

वहीं अमेरिका के कुछ राज्यों के केस की जांच करने और आंकडें ने इसी तरह समय के साथ सफलता के मामलों में वृद्धि दिखाई है। यहां पर कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। यह बताना मुश्किल है कि क्या वायरस के प्रतिरोधक क्षमता इसका एक कारण है या फिर कुछ और ही है। फिलहाल अभी विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीनेशन के बाद भी वायरस के संक्रमण का खतरा बना है। इसलिए टीकाकरण के बाद भी सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है।      

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