Coronavirus in Britain: लंदन के अस्पतालों में सेना तैनात, बीमार डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को देख उठाया गया कदम
Coronavirus in Britain: लंदन में अस्पतालों की मदद के लिए सशस्त्र बलों को तैनात किया जा रहा है।
Coronavirus in Britain: यूनाइटेड किंगडम में कोरोना (Corona In United Kingdom) की स्थिति बहुत बिगड़ती जा रही है। डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बीमारी (doctors and healthcare workers infected) की चपेट में हैं जिसके चलते लोगों को इलाज देने में मुश्किलें पैदा हो गईं हैं और लंदन में अस्पतालों (London Hospital) को चलाने के लिए सेना तैनात (army deployed) कर दी गई है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या में भारी वृद्धि के बीच स्वास्थ्यकर्मियों की कमी हो चली है। स्वास्थ्यकर्मी खुद ही बीमार हो रहे हैं। लंदन में अस्पतालों की मदद के लिए सशस्त्र बलों को तैनात किया जा रहा है। इन सैन्य कर्मियों में डॉक्टर शामिल हैं जो नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) कर्मचारियों को मरीजों की देखभाल करने में मदद करेंगे। जिन सैन्यकर्मियों के पास कोई चिकित्सा प्रशिक्षण नहीं है, वे रोगियों की जांच करेंगे, सुनिश्चित करेंगे कि स्टॉक बनाए रखा जाए और बुनियादी जांच भी की जाएगी। कुछ सैन्यकर्मियों ने पहले ही काम शुरू कर दिया है और वे इस महीने के अंत तक राजधानी लंदन में एनएचएस का सपोर्ट करेंगे।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (PM Boris Johnson) ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इंग्लैंड बिना किसी और प्रतिबंध के कोरोना की वर्तमान लहर को पर कर सकता है। स्वास्थ्य संघ के नेताओं ने सेना की मदद का स्वागत किया है और साथ में ये भी कहा है कि इस कदम का मतलब है कि सरकार अब सुरक्षित देखभाल देने के बारे में चिंताओं को खारिज नहीं कर सकती है। यानी संकट वास्तविक है।
कोरोना की पिछली लहरों में भी सैन्य कर्मियों ने मदद की
सैन्य कर्मियों ने महामारी की पिछली लहरों में भी अस्पतालों में मदद की है। सेना द्वारा वेल्स और स्कॉटलैंड में एम्बुलेंस सेवाओं की सहायता करना जारी रखा है और बूस्टर कार्यक्रम में भी सेना मदद कर रही है। रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने कहा है कि सेना की तैनाती ने साबित कर दिया है कि एनएचएस में कर्मचारियों की गंभीर कमी है। नर्सिंग निदेशक पेट्रीसिया मार्क्विस ने कहा कि सरकार अब एनएचएस में स्टाफिंग संकट से इनकार नहीं कर सकती है।
माना जा रहा है कि लंदन से बाहर भी स्वास्थ्यकर्मियों की कमी बढ़ती जा रही है। कई जगह एनएचएस के 19 फीसदी कर्मचारी कोविड के कारण अनुपस्थित हैं, 10 फीसदी से अधिक बीमार या क्वारंटाइन में हैं।