Covishield Vaccine : UNGA अध्यक्ष का खुलासा, 'मैंने भारत में बनी कोविशील्ड वैक्सीन की डोज ली है और मैं जिंदा हूं'
Covishield Vaccine : संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर जवाब दिया है।
Covishield Vaccine : भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Corona Vaccine Covishield) को लेकर हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ नकारात्मक टिप्पणियां आईं थीं, जिसका जवाब 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' (UNGA) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद (Abdullah Shahid) ने दिया है। उन्होंने भारतीय वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नियमों के अनुकूल और बेहतर बताया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने एक खुलासा किया। जिसमें उन्होंने कहा, कि कोरोना से बचाव के लिए उन्होंने भारत में बनी वैक्सीन कोविशील्ड की डोज ली है। शाहिद ने पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए इस वैक्सीन की दोनों खुराक ली है। अपने बयान में अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, 'हाँ, मैंने भारत में बनी कोविशील्ड की डोज ली है और मैं जिंदा हूं।' शाहिद ने ये बात उस सवाल के जवाब में कही, जब उनसे पूछा गया था कि क्या सिर्फ विश्व स्वास्थ्य संगठन से अनुमति प्राप्त वैक्सीन ही लेनी चाहिए?
'हाँ, मैं जिंदा हूं'
शाहिद ने कहा कि वो नहीं जानते कि कितने देशों ने कोविशील्ड को मान्यता दे रखी है। लेकिन कई ऐसे देश हैं जिनकी अधिकतम जनसंख्या ने भारत में बनी इसी वैक्सीन की डोज ली है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही। स्वयं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "हाँ, मैं जिंदा हूं। लेकिन, ये सवाल आप किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से पूछिए।"
भारत, चीन, अमेरिका से सकारात्मक प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष ने आगे बताया कि कोरोना वैक्सीन से जुड़ी जो भी प्रतिक्रियाएं आई हैं, उनमें भारत, चीन और अमेरिका से सकारात्मक ही रही हैं। वह बोले,"जनवरी में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में वो सभी देशों को साथ लाना चाहते हैं। ताकि अगले साल की समाप्ति तक पूरी दुनिया में टीकाकरण कार्य पूरा हो सके।" बता दें कि अब्दुल्ला शाहिद मूलतः मालदीव के निवासी हैं। वह जनवरी, 2022 में कोरोना टीकाकरण पर सभी देशों से प्रतिक्रियाएं लेंगे।
ब्रिटेन-भारत में चल रहा है संघर्ष
यहां यह बताना जरूरी है, कि ब्रिटेन ने भारत की वैक्सीन लेने वालों के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया था। इस पर भारत ने भी जवाब दिया है। अब जो भी व्यक्ति ब्रिटेन से भारत आएगा उसे यहां 10 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा। देखा गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को लेकर एक तरह का संघर्ष चल रहा है। ब्रिटेन ने अब तक कोविशील्ड को मान्यता नहीं दी है। कल यानि 4 अक्टूबर से नया ब्रिटिश ट्रैवल नियम लागू होगा। भारत अब तक कोरोना वैक्सीन के 90 करोड़ डोज दे चुका है।