Earthquake in Afghanistan: फिर कांपी अफगानिस्तान की धरती, रविवार को आए भूकंप में 4 हजार लोगों की हुई थी मौत

Earthquake in Afghanistan: भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किमी की गहराई पर था। सुबह सवा छह बजे के आसपास लोगों ने झटका महसूस किया। जिसके बाद वे फौरन अपने घरों से निकलकर खुले स्थान में आए।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-10-11 11:00 IST

Earthquake in Afghanistan  (photo: social media)

Earthquake in Afghanistan: अफगानिस्तान में कुदरत का कहर जारी है। बुधवार को एकबार फिर देश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसके बाद से लोगों में दहशत मचा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई है। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किमी की गहराई पर था। सुबह सवा छह बजे के आसपास लोगों ने झटका महसूस किया। जिसके बाद वे फौरन अपने घरों से निकलकर खुले स्थान में आए। लोग फिलहाल घरों में जाने से डर हैं।

अफगानिस्तान में पिछले चार दिनों में भूकंप की ये दूसरी बड़ी घटना है। पिछले दिनों आए विनाशकारी भूकंप ने व्यापक पैमाने पर देश में तबाही मचाई है। देश पर शासन कर रहे तालिबान ने खुद कबूल किया है कि इसमें चार हजार लोगों की जान गई है और 9 हजार से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। इसके अलावा 1300 से अधिक घर तबाह होकर मलबे में तब्दील हो गए। इन मलबों में अभी भी बड़ी संख्या में दबे होने की आशंका है। रविवार को आए इस प्रलयकारी भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई थी।

दो दशक का सबसे विनाशकारी भूकंप

रविवार को आया भूकंप अफगानिस्तान में दो दशक में आया सबसे विनाशकारी भूकंप साबित हुआ है। जिससे इसे उबरने में कितना समय लगेगा, कहा नहीं जा सकता। क्योंकि तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से देश के हालात और बिगड़े हैं। अस्पतालों में दवाई और स्टाफ की भयंकर किल्लत है। कई पश्चिमी देशों ने कट्टरपंथी तालिबान को मदद करने से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। जिससे वहां की स्थिति और जटिल हो गई है।

रविवार को आए भूकंप में 20 गांवों के करीब 2 हजार घर तबाह हो गए। बड़ी आबादी एक ही झटके में सड़कों पर आ गई है। फिलहाल विभिन्न संस्थानों के एक हजार बचावकर्मी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं। तालिबान लगातार विदेशी सहायता की अपील कर रहा है। उसने भूकंप प्रभावितों की मदद के लिए भी विदेशी सरकारों से धन मांगा है। तालिबान शासित अफगानिस्तान की मदद के लिए फिलहाल चीन आगे आया है। उसने 2 लाख अमेरिकी डॉलर तालिबान शासन को राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए दिए हैं।

2022 में भी आया था शक्तिशाली भूकंप

अफगानिस्तान में बीते साल यानी 2022 में भी एक शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई थी। जून 2022 में पक्तिका प्रांत में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 थी। इसमें करीब एक हजार लोग मारे गए थे और 1500 जख्मी हुए थे।

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