Earthquake In Nepal: काठमांडू से बिहार तक हिली धरती, याद आ गया 2015 का भयावह मंजर

Earthquake In Nepal: नेपाल की राजधानी काठमांडू आज भूकंप के झटकों से हिल गया। भूकंप की वजह से लोगों में दहशत फैल गई। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 आंकी गई।

Written By :  aman
Update:2022-10-19 15:40 IST

लखनऊ में आया भूकंप : Photo- Social Media

Earthquake In Nepal : नेपाल की राजधानी काठमांडू आज भूकंप के झटकों से हिल गया। भूकंप की वजह से लोगों में दहशत फैल गई। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 आंकी गई। भूकंप के संबंध में जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है, उसके अनुसार बुधवार (19 अक्टूबर 2022) की दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर लोगों ने धरती हिलने जैसा महसूस किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप का केंद्र सिंधुपालचौक जिले में नेपाल-चीन सीमा पर स्थित है। खान तथा भूविज्ञान विभाग के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र चीन की सीमा पर खासा में स्थित है। भूकंप के झटके काठमांडू घाटी से सटे जिलों में भी महसूस किए गए। 

हालांकि, सुदूर इलाका होने की वजह से अभी हताहतों की कोई खबर नहीं प्राप्त हुई है। लेकिन, लोगों में दहशत व्याप्त है। नेपाल में अक्सर भूकंप के झटके आते रहे हैं। लेकिन, साल 2015 के प्रलयंकारी भूकंप के बाद इस देश के लोगों में डर इस कदर घर गया है कि वो उसे अपनी जेहन से निकाल नहीं पा रहे।


25 अप्रैल 2015 को आया था 7.8 तीव्रता वाला भूकंप

दुनिया के सबसे विनाशकारी भूकंप में नेपाल में आए झटकों की चर्चा जरूर होती है। 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता वाले भूकंप ने नेपाल में भारी तबाही मचाई थी। तब धरती हिलने के कारण 9,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। कहा जाता है करीब 23 हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके बाद,1934 में भी नेपाल ने भारी तबाही झेली। उस भूकंप ने उत्तर बिहार में प्रलयंकारी रूप अपनाया था। कहा जाता है बिहार में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें 10,600 जानें गई थीं। 

बिहार के कई जिलों में भी झटके महसूस

नेपाल-चीन सीमा पर केंद्र वाले भूकंप के झटके बिहार के कई सीमावर्ती जिलों में भी महसूस किए गए। राजधानी पटना के कई इलाकों में भी लोगों ने भूकंप के हल्के झटके महसूस किए। हालांकि, भूकंप की तीव्रता कम थी। इसीलिए जान-माल को कोई क्षति नहीं हुई। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, कुछ लोगों को बाहर निकलने का समय भी नहीं मिल पाया और झटके थम गए।

मौसम विभाग की मानें तो भूकंप का केंद्र काठमांडू से 53 किलोमीटर दूर पूर्व की ओर था। 5.1 तीव्रता वाले भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर से नीचे मापी गई है। मौसम विभाग की मानें तो भूकंप से बिहार के किसी भी इलाके में किसी तरह के नुकसान की बात नहीं आई है। मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि पटना में सिर्फ हल्का झटका महसूस किया गया है, बाकी नेपाल से सटे जिलों में थोड़ा तेज झटका था। कहीं कोई नुकसान नहीं है।

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