यहां अलर्ट जारी: डर और ख़ौफ में जी रहे सभी, घरों में हैं कैद

जानलेवा कोरोना वायरस चीन से निकल कर अब दुनिया भर में पैर पसार चुका है। इस भयावह बीमारी से दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी नहीं बच पाया। कोरोना वायरस साया अब अमेरिका के हर राज्य में पहुंच गया है। बीते दिनों तक अमेरिका के 49 राज्य इसकी चपेट में थे।

Update: 2020-03-19 05:05 GMT

नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस चीन से निकल कर अब दुनिया भर में पैर पसार चुका है। इस भयावह बीमारी से दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी नहीं बच पाया। कोरोना वायरस साया अब अमेरिका के हर राज्य में पहुंच गया है। बीते दिनों तक अमेरिका के 49 राज्य इसकी चपेट में थे। वेस्ट वर्जीनिया में इसका अभी तक इसका प्रकोप देखने को नहीं मिला था। लेकिन अब यहां लाईलाज कोरोना पहुंच चुका है। इसके साथ ही अमेरिका में अब कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या 110 के पार हो गई है। साथ ही कोरोना के मरीज करीब छह हजार से अधिक हो गए हैं।

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अमेरिका के 18 राज्य ऐसे हैं जहां कम से कम एक व्यक्ति को कोरोना की वजह से अपनी जान गवनी पड़ी। अमेरिका का न्यूयार्क सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित है। यहां पर 1600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। दूसरे नंबर पर वाशिंगटन है जहां संक्रमण के एक हजार मामले सामने आ चुके हैं। वहीँ कैलिफोर्निया में 600 मामले सामने आ चुके हैं।

सरकार भेजेगी लोगों के खाते में पैसे-

वहीँ अमेरिकी राष्ट्रपति भवन ने कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के आर्थिक पैकेज पर विचार किया जा रहा है। इनमें से 250 अरब डॉलर की राशि अमेरिकियों के खाते में सीधे भेजी जाएगी। साथ अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन मनूचिन ने कहा कि इस पर एक प्रस्ताव रख दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को सीधे चैक सौंपा जाएगा। वहीँ कुछ पैसा कर्ज के रूप में भी होगा। अगर कांग्रेस जल्द कदम उठाती है तो ये चेक अप्रैल के अंत तक सौंपे जा सकेंगे। फ़िलहाल अमेरिकियों को कैश की जरूरत है और राष्ट्रपति अगले दो सप्ताह में कैश देना चाहते हैं।

ऑस्ट्रेलिया में इमरजेंसी घोषित-

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने बुधवार को देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया में नए नियम लागू कर दिए गए हैं। इमरजेंसी के लागू होने से सरकार को कर्फ्यू लगाने की शक्ति मिल गई है। साथ ही सरकार का कहना है कि अगर जरुरत महशुश हुई तो लोगों के लिए अलग थलग रहने का आदेश जारी किया जा सकता है।

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ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने कहा कि सबसे ज्यादा जोखिम विदेश से आने वाले लोगों की वजह से है। जो भी देशवाशी विदेशों से लौट रहे हैं, उनसे ज्यादा खतरा है। सरकार ने 100 से अधिक लोगों को कहीं भी बिना जरुरत के इकठ्ठा होने पर रोक लगा दी है। यहां करीब साढ़े चार सौ मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही यहां पर कोरोना से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

ईरान में एक हजार से अधिक की कोरोना कोरोना से हुई मौत-

ईरान में कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 1,135 हो गया है। ईरान इस समय पश्चिम एशिया में इस बीमारी का केंद्र बना हुआ है और आसपास के कई देशों जैसे पाकिस्तान, यूएई, बहरनी और कुवैत में कई मामले ईरान की वजह से ही सामने आए हैं। सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि वे अगले दो सप्ताह तक घरों में रहें। यहां कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 17,361 हो गई है।

सऊदी अरब में नमाज पढ़ने पर लगी रोक-

सऊदी अरब ने कोरोना की वजह से देश की सभी मस्जिदों में नमाज पढ़ने से रोक लगा दी है। हालांकि ये प्रतिबंध इस्लाम की दो सबसे पवित्र जगहों मक्का और मदीना की मस्जिदों पर लागू नहीं होगा। सऊदी अरब में कोरोना के करीब 170 मामले हैं और यहां सिनेमाहॉल, मॉल और रेस्त्रां बंद किए जा चुके हैं।

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