तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस की तस्वीर जारी, ऐसा दिखता है B.1.1.7 वेरिएंट

दुनियाभर के कई देशों में तबाही मचाने वाले कोरोना वेरिएंट B.1.1.7 की पहली तस्वीर कनाडा के वैज्ञानिकों ने जारी की है।

Newstrack Network :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-05 02:55 GMT

कोरोना वेरिएंट B.1.1.7 (फोटो साभार- ट्विटर)

नई दिल्ली: देश समेत दुनियाभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस (Corona Virus) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। नए नए वेरिएंट वायरस को और ज्यादा घातक बना रहे हैं। इस बीच भारत, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा में तबाही मचाने वाले कोरोना वेरिएंट B.1.1.7 की पहली मॉलिक्यूलर तस्वीर (B.1.1.7 Variant Image) सामने आई है।

बता दें कि कोरोना के इसी स्ट्रेन के चलते दुनिया के तमाम देशों में कोविड-19 की दूसरी लहर (Covid-19 Second Wave) और खतरनाक हुई है। साथ ही यही वेरिएंट ब्रिटेन समेत भारत और कनाडा में संक्रमण के मामलों में वृद्धि की वजह बना। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने बीते साल मध्य-दिसंबर में B.1.1.7 वेरिएंट का पहला मामला दर्ज किया था। जिसके चलते बड़ी संख्या में म्युटेशन (Mutation) देखने को मिला।

कोरोना वेरिएंट B.1.1.7 (फोटो साभार- ट्विटर) 

कनाडा के वैज्ञानिकों ने जारी की तस्वीर

कनाडा (Canada) के वैज्ञानिकों द्वारा कोरोना वायरस के B.1.1.7 वेरिएंट की पहली मॉलिक्यूलर तस्वीर जारी की गई है, जो कोरोना प्रसार को दिखाता है। हालांकि इस म्यूटेशन पर अभी भी रिसर्च जारी है। लेकिन इस फोटो में यह स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है कि वह कैसे हमारी कोशिकाओं से अपने कंटीले प्रोटीन की परत को चिपकाता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया (UBC) के शोधकर्ताओं का कहना है कि इस वेरिएंट की मॉलिक्यूलर तस्वीर निकालने के बाद पता चला कि यह इतना संक्रामक क्यों है और इसने यूके, भारत के बाद अब कनाडा की ओर अपना रूख क्यों किया है। UBC में शोधकर्ताओं की टीम के लीडर डॉ. श्रीराम सुब्रमण्यम ने कोरोना वायरस के B.1.1.7 वेरिएंट के अंदर एक खास तरह का म्युटेशन देखा। जिसे "N501Y" के रूप में जाना गया।

N501Y म्यूटेशन हमारे शरीर में जल्दी करता है प्रवेश

यह म्यूटेशन इस वेरिएंट के कंटीले प्रोटीन परत पर दिखाई दिया। इसी परत की वजह से कोरोना वायरस इंसान की कोशिकाओं में घुसता है या उन्हें संक्रमित करता है। डॉ. श्रीराम ने बताया कि यह सही है कि N501Y म्यूटेशन हमारे शरीर में जल्दी प्रवेश करता है। लेकिन एक अच्छी बात ये है कि हमारे शरीर के एंटीबॉडी और वैक्सीन के बाद विकसित होने वाले एंटीबॉडी से यह निष्क्रिय भी हो जाते हैं। साथ ही B.1.1.7 में म्यूटेशन नहीं होता उसे भी खत्म कर देते हैं।

डॉ. श्रीराम ने कहा कि भारत में अभी चल रहे B.1.617 कोरोना वेरिएंट की तस्वीर मई के अंत तक बन जाएगी। उन्होंने कहा कि B.1.1.7 कोरोना वेरिएंट अब भी यूके, भारत और कनाडा में संक्रमण की वजह बना हुआ है।

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