मेरे साथ रहो, बच्चे पैदा करो, अंगूठी देकर आतंकी ने किया था प्रपोज, Hamas की कैद से छूटी लड़की का खुलासा

Israel Hamas War: 50 दिनों तक हमास की कैद में रही 18 साल की नोगा वीस ने बताया कि उसने शादी के लिए उसका हाथ माँगने के लिए उसे उसकी बिछड़ी मां से भी मिला दिया था।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-04-27 15:11 IST

freed israeli hostage  (photo: social media )

Israel Hamas War: इजराइल हमास जंग के बीच एक इजराइली लड़की ने बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा कि हमास का एक लड़ाका उससे शादी करना चाहता था। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, 18 साल की नोगा वीस पिछले साल गाजा में 50 दिन हमास की कैद में रही थी। बाद में उसे एक समझौते के तहत हमास ने रिहा कर दिया।

’मेरे बच्चों को पैदा करेगी?’

नोगा वीस ने दावा किया है कि बंधक बनाने वालों में से एक ने उसे अंगूठी देकर प्रपोज किया था। उसने कहा था कि क्या वह हमेशा गाजा में रहेगी और उसके बच्चों को पैदा करेगी? नोगा ने बताया कि उसने शादी के लिए उसका हाथ माँगने के लिए उसे उसकी बिछड़ी मां से भी मिला दिया था।

द टाइम्स ऑफ़ इजराइल ने नोगा के हवाले से बताया कि उसने एक इंटरव्यू के दौरान इस घटना का जिक्र किया था। उसने कहा था- मुझे कैद में 14 दिन बीत चुके थे जब उसने मुझे एक अंगूठी दी और कहा, सभी को रिहा कर दिया जाएगा, लेकिन तुम यहां मेरे साथ रहोगी और मेरे बच्चों को जन्म दोगे।

प्रपोजल सुनकर हंसने लगी ताकि...

जब नोगा से पूछा गया कि उसने प्रपोजल पर क्या जवाब दिया? तब उसने कहा- मैंने हंसने का नाटक किया ताकि वह मेरे सिर में गोली न मार दे। आउटलेट ने आगे बताया कि नोगा ने शुरू में शांति से प्रपोजल को रिजेक्ट करने की कोशिश की थी। हालांकि, जब बात नहीं बनी तो वह उस पर चिल्लाई। 7 अक्टूबर को, जब हमास ने इज़राइल पर आक्रमण किया, तो नोगा के पिता, 56 वर्षीय इलान, अपने क्षेत्र किबुत्ज़ बेरी में सुबह 7ः15 बजे इमरजेंसी स्क्वाड में शामिल होने के लिए निकले। हालांकि, वह कभी वापस नहीं लौटे। हमले के दौरान वह मारे गए और उनका शव गाजा ले जाया गया। जब हमास आतंकवादियों ने उनके दरवाजे पर गोलीबारी शुरू की तो नोगा की मां शिरी (53) ने नोगा को बिस्तर के नीचे छिपने के लिए कहा। वे कमरे में घुसे और शिरी को अपने साथ ले गये।

घर को आग लगाने लगे तो निकलना पड़ा

नोगा ने आगे बताया कि जब वे मां को बाहर ले गए, तो मैंने गोलियों की आवाज़ सुनी। मुझे लगा कि उनकी हत्या की गई है, लेकिन वह जिंदा थीं। चूंकि आतंकवादी घरों में आग लगा रहे थे, इसलिए मुझे घर से निकलना पड़ा। छिपने की उसकी कोशिशों के बावजूद, आखिरकार उसे बंधक बना लिया था।

50 दिनों तक अलग-अलग घरों में रखा

नोगा ने बताया- लगभग 40 आतंकवादियों ने मुझे कलाश्निकोव से घेर लिया। उन्होंने मेरे हाथ मेरी पीठ के पीछे बांध दिये। जब वो मुझे ले जा रहे थे तो मैंने किबुत्ज़ में उन लोगों के शव देखे जिन्हें मैं जानती थी। कुछ मिनट बाद, उन्होंने मुझे एक कार में बैठाया और चल पड़े। कैद के दौरान मुझे अलग-अलग घरों में रखा गया। जब भी मुझे एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाता था, तो हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया जाता था और किडनैपर्स का हाथ पकड़ने को कहा जाता था ताकि लोगों को लगे कि वे शादीशुदा हैं।

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