इमिग्रेशन प्रॉसेस: डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला, भारतीय मूल का नागरिक हुआ निराश
भारतीय मूल के कई लोग ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से बेहद निराश और नाराज हैं। 39 वर्षीय प्रियंका नागर ने कहा कि 'मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि वह हमें दुश्मन के तौर पर ना देखें।
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ चल रही जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले दो महीने तक देश में इमिग्रेशन प्रॉसेस को होल्ड पर रखने के फैसले का एलान किया है। बता दें कि इस ऐलान से H1B वीजा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन ट्रंप के इस फैसले के बाद कई लोगों की जिन्दगी अधर में लटक गई है।
भारतीय मूल के कई लोग इस फैसले नाराज और निराश
एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि भारतीय मूल के कई लोग ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से बेहद निराश और नाराज हैं। 39 वर्षीय प्रियंका नागर ने कहा कि 'मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि वह हमें दुश्मन के तौर पर ना देखें। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर नागर ने कहा, 'मैं स्थाई रूप से अमेरिकी होना चाहती हूं। इस देश ने हमें बहुत कुछ दिया है।'
मम्मी जब वायरस मर जाएगा तो आप आना, मैं वायरस के मरने का इंतजार कर रही हूं
कोरोना वायरस के चलते यूपी के एक जिले में अपने परिजनों के साथ रह रहीं नागर के पति माइक्रोसॉफ्ट में काम करते हैं। एक वीडियो कॉल में उनकी 5 साल की बेटी ने कहा कि 'मम्मी जब वायरस मर जाएगा तो आप आना। मैं वायरस के मरने का इंतजार कर रही हूं।' बातचीत खत्म होने के बाद नागर ने कहा कि वह कई बार बहुत रोती हैं, लेकिन वह उम्मीद कर रही हैं कि सब कुछ अच्छा होगा।
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नागर ने अमेरिका के लिए कहा कि 'मुझे इस देश से प्यार है'
नागर ने कहा 'अमेरिका में आपके पास एक आम लक्ष्य की दिशा में पूरी दुनिया एक साथ काम कर रही है। आप उस विविधता को कहीं और नहीं पा सकते हैं। मुझे इस देश से प्यार है।'
इलेक्ट्रिल इंजीनियर सोमक गोस्वामी ने कहा-
साल 2011 में ही ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई करने वाले इलेक्ट्रिल इंजीनियर सोमक गोस्वामी कहते हैं कि 'जब तक यह कानून बदल नहीं जाता तब तक मैं इस जीवन में ग्रीन कार्ड हासिल नहीं कर सकूंगा। मेरे साथ काम करने वाले कई लोग जो साल 2017 में अमेरिका आए, उन्हें ग्रीन कार्ड मिल गया। मेरा सिर्फ यही दोष है कि मैं भारत में पैदा हुआ।'
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वायरस संक्रमण से 42,094 लोगों की मौत हो चुकी
दरअसल ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में अप्रवासन को अस्थाई रूप से बंद करने के विशेष आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं, जिसे लेकर भारतीय अमेरिकी समाज में चिंता है। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से 42,094 लोगों की मौत हो चुकी है और साढ़े सात लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।
अप्रवासन को निलंबित करने वाले आदेश पर ट्रम्प जल्द करेंगे हस्ताक्षर
ट्रंप ने सोमवार रात ट्वीट किया, ‘अदृश्य दुश्मन के हमले के मद्देनजर, साथ ही हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों को बचाने के लिए, मैं संयुक्त राष्ट्र में अस्थाई रूप से अप्रवासन को निलंबित करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा।’ ट्रम्प के कार्यकारी आदेश का ब्यौरा फिलहाल सामने नहीं आया है। उन्होंने यह भी बताया कि वह इस आदेश पर कब हस्ताक्षर करेंगे।
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एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रवासन वीजा को निलंबित करने की बात की है, हालांकि गौरतलब है कि भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है। चूंकि ट्रंप ने यह तर्क दिया है कि अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की रक्षा करने की जरूरत है, ऐसे में गैर-अप्रवासी वीजा भी उनके निशाने पर आ सकता है।