International Nelson Mandela Day 2023: जब तक काम किया ना जाए वह असंभव ही लगता है, जानिए कौन थे महान नेलसन मंडेला
International Nelson Mandela Day 2023: नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस, हर साल 18 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिवस नेल्सन मंडेला को समर्पित होता है, जो दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख नेता और भारतीय अविरत्त स्वतंत्रता संग्रामी हैं।
International Nelson Mandela Day 2023: नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस, हर साल 18 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिवस नेल्सन मंडेला को समर्पित होता है, जो दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख नेता और भारतीय अविरत्त स्वतंत्रता संग्रामी हैं। यह दिवस समर्पित है उनके दिखाए गए विचारों, विचारधारा और मानवीयता के प्रतीक मंदिर को याद करने के लिए जिन्होंने उनके स्वतंत्रता के लिए लड़ाई और सांघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
नेल्सन मंडेला एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपार संघर्ष, साहस, और समर्पण के साथ अपनी देश की आजादी के लिए लड़ाई। उनकी आत्मगाथा और उनकी जीवन की कहानी हमें एक अद्वितीय संदेश देती है कि किसी भी परिस्थिति में निर्णय और दृढ़ता से खड़ा होने से हम संघर्षों को विजयी बना सकते हैं।
कौन थे नेल्सन मंडेला
नेल्सन मंडेला दिवस, दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख नेता और विश्व प्रसिद्ध मानवाधिकार प्रवर्तक नेल्सन मंडेला को समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है। इस दिन नेल्सन मंडेला की जन्मजयंती है, जिन्होंने अपार संघर्ष करके दक्षिण अफ्रीका में एपार्थाइड सिस्टम को समाप्त किया और देश को साम्राज्यवाद से मुक्त कराया।
नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को दक्षिण अफ्रीका के मदीबा गाँव में हुआ था। उन्होंने एक अद्वितीय योगदान दिया और अपार्थाइड रूल के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नेल्सन मंडेला द्वारा स्वतंत्रता के लिए किए गए लंबे व दुर्घटनापूर्ण सत्याग्रह आंदोलनों के बावजूद, उन्हें दक्षिण अफ्रीका सरकार द्वारा 1962 में गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में उन्हें उम्रकैद में सजा हुई।
नेल्सन मंडेला ने कठोर शिक्षण कैम्प में 27 साल तक कैद रहकर गुजारे। बाद में, उन्हें 1990 में रिहा किया गया और उन्होंने एक पूरी तरह से नया दक्षिण अफ्रीका निर्माण किया। 1994 में हुई चुनावों में उन्हें दक्षिण अफ्रीका के पहले अध्यक्ष मान्यता मिली और उन्होंने एक ऐतिहासिक परिवर्तन की शुरुआत की।
नेल्सन मंडेला द्वारा उपन्यास और भाषणों के माध्यम से मानवाधिकारों की अवकाश और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की गहरी प्रतिबद्धता देखी जाती है। उनका योगदान विश्वभर में मान्यता प्राप्त हुआ है और उन्हें विभिन्न अवार्डों से नवाजा गया है, जिनमें भारतीय राष्ट्रपति पुरस्कार (1990), नोबेल शांति पुरस्कार (1993) और भारत रत्न (1990) शामिल हैं।
नेल्सन मंडेला दिवस का महत्व
नेल्सन मंडेला दिवस का महत्व यह है कि यह हमें समर्पितता, संघर्ष, एकता और सामरिकता की अपार भावना के साथ एक समर्पित नेता की स्मृति को मान्यता देता है। इस दिवस को मनाने का मकसद नेल्सन मंडेला की अद्वितीय योगदान को समर्पित करना है और और दुनियाभर में मानवाधिकारों, सामाजिक न्याय और समानता के प्रति जागरूकता फैलाने की प्रेरणा लेते हैं। इस दिन पर, लोग नेल्सन मंडेला के जीवन और विचारों को याद करते हैं, उनकी अद्वितीय योगदान की महत्वता पर विचार करते हैं, और मानवता के लिए एकता, समानता और न्याय के मार्ग पर प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेते हैं।
नेल्सन मंडेला एक अद्वितीय व्यक्तित्व थे जो समर्पितता, संघर्ष, समानता और एकता के सिद्धांतों के प्रतीक बने। उनकी जीवनी और कार्य जीवन उदाहरणों के रूप में सामान्य लोगों को प्रेरित करते हैं। नेल्सन मंडेला ने अपने देश दक्षिण अफ्रीका के लिए अद्वितीय योगदान दिया, जहां उन्हें रंग, धर्म और जाति के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।
नेल्सन मंडेला दिवस का उद्देश्य
नेल्सन मंडेला दिवस का उद्देश्य है एक महान नेता और मानवाधिकार प्रवर्तक की स्मृति को मान्यता देना और उनके समर्पण को समर्पित करना। इस दिन को मनाने के माध्यम से, हम उनके साहस, संघर्ष और समाज में परिवर्तन लाने की प्रेरणा लेते हैं। नेल्सन मंडेला ने अपने जीवन में दिखाया कि एक व्यक्ति कितनी शक्तिशाली बन सकता है और उसकी योग्यता से वो समाज में बदलाव ला सकता है।
नेल्सन मंडेला दिवस के माध्यम से, हम लोग उनकी योगदान को याद करते हैं और उनके मानवाधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से पुष्टि करते हैं। यह दिन एक समान और न्यायपूर्ण समाज के लिए एकता, सद्भाव और समझौते की भावना को बढ़ावा देता है। हमें यह सिखाना चाहिए कि हम भी अपनी समाजिक दायित्वों को संपालने के लिए सक्रिय रूप से काम करें और मानवता की सेवा में योगदान दें।
इस दिवस को मनाकर हम नेल्सन मंडेला जी की सोच और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाते हैं। हमें उनके विचारों को अपनाकर दुनिया में एक सशक्त, समर्पित और न्यायप्रिय समाज के निर्माण में योगदान करना चाहिए। नेल्सन मंडेला दिवस एक अवसर है जब हम सभी मिलकर समर्पण, सामरिकता और मानवीय संबंधों को समझते हैं और एक बेहतर दुनिया के लिए प्रतिबद्ध होते हैं।
नेल्सन मंडेला दिवस 2023 की थीम
नेल्सन मंडेला दिवस 2023 की थीम के लिए जलवायु, भोजन और एकजुटता के साथ , हम अपने भागीदारों और जनता से जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने और जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना कर रहे दुनिया भर के समुदायों के साथ एकजुटता का वातावरण बनाने का संदेश देते हैं। इस वर्ष, कार्रवाई का संदेश है, यह आपके हाथ में है।
नेल्सन मंडेला के रोचक तथ्य
1) नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को दक्षिण अफ्रीका के मदीबा गाँव में हुआ था। उनका जन्मनाम रोलिहलाला मंडेला था।
2) मंडेला एक स्वतंत्रता सेनानी थे और दक्षिण अफ्रीका के रेसिस्टेंस मूवमेंट के प्रमुख नेता रहे हैं। उन्होंने अपार्थैड के खिलाफ संघर्ष किया और दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी।
3) मंडेला को दक्षिण अफ्रीका की पहली लोकसभा के चुनावों में अद्यतन वोट देने का अधिकार नहीं था, क्योंकि उनका वोट दिया जाने का अधिकार दलितों को नहीं था।
4) मंडेला को 1962 में गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें जीवनकालीन कारावास मिला। वे 27 वर्षों तक कारावास में रहे, जिसमें 18 वर्ष उच्च सुरक्षा के कारागार रोबेन आइलैंड में बिताए गए।
5) नेल्सन मंडेला को 1994 में दक्षिण अफ्रीका के प्रथम देशपति चुना गया। वे दक्षिण अफ्रीका के अपार्थैड शासन के खिलाफ संघर्ष करने वाले प्रमुख नेता थे।
6) मंडेला को 1993 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार के लिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपार्थैड के खिलाफ संघर्ष करने में अपना योगदान दिया।
7) मंडेला का नाम विश्वविद्यालयों, सड़कों, पार्कों और संगठनों के नामकरण में शामिल है। उन्हें ग्लोबल मानवाधिकार अभियानों का एक प्रमुख प्रेरक माना जाता है।
8) नेल्सन मंडेला का निधन 5 दिसंबर, 2013 को हुआ। उनकी मौत के बाद, उन्हें विशेष आदर दिया गया और उनके लिए अफ्रीका भर में शोक मनाया गया।