रिकॉर्डिंग लीक: ईरान के विदेशी मंत्री की बातचीत हुई सार्वजनिक, देश में मची खलबली
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा "रिकॉर्डिंग पूरी तरह से अवैध है। इसे चुनिंदा तरीके से संपादित किया गया है।"
तेहरान: रिकॉर्डिंग लीक होना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यहीं रिकॉर्डिंग राष्ट्रीय स्तर की हो तो? जी हां, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ (Mohammad Jawad Zarif) की एक बातचीत की रिकॉर्डिंग लीक हो गई है। इस रिकॉर्डिंग में इस्लामी गणराज्य से जुड़ी बात कही गई है। इस रिकॉर्डिंग के लीक होते होते ही ईरान में हलचल बढ़ गई है।
आपको बता दें कि ईरान के राजनीति में सभी अधिकारी बड़ी सूझबूझ के साथ बोलते हैं। ऐसे में रिकॉर्डिंग का लीक होना जरीफ को मुश्किल में डाल सकता हैं। खबर है कि ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ (Mohammad Jawad Zarif) ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं।
यह रिकॉर्डिंग पूरी तरह से अवैध है- विदेश मंत्रालय
वहीं रिकॉर्डिंग के लीक होने पर ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस पर सफाई दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह (Saeed Khatibzadeh) ने बताया है कि "इस टेप पर कोई भी विवाद नहीं खड़ा हुआ है। यह रिकॉर्डिंग सात घंटे तक होने वाले इंटरव्यू का एक छोटा -सा पार्ट है, जिस पर कोई भी विवाद नहीं किया गया है। यह रिकॉर्डिंग पूरी तरह से अवैध है। इसे चुनिंदा तरीके से संपादित किया गया है।"
कैसे लीक हुई टेप
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये भी बताया कि ये टेप कैसे लीक हुई। उन्होंने बताया, "यह रिकॉर्डिंग ईरान के ईरान इंटरनेशनल समाचार चैनल पर दिखा गए जिसमें जरीफ ने कहा कि रूस परमाणु सौदा रोकना चाहता है।" उन्होंने आगे बताया, "अगर ईरान राष्ट्रपति ट्रंप की प्राथमिकता नहीं बनता तो चीन और रूस उनकी प्राथमिकता होते।"
'हमें रूस और चीन की हमेशा से जरूरत रही है'
प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने सफाई में कहा, "पश्चिम के साथ शत्रुता के कारण, हमें रूस और चीन की हमेशा से जरूरत रही है, उन्हें किसी के साथ प्रतियोगिता करने की जरूरत नहीं है और वे हमारे माध्यम से अधिकतम लाभ भी उठा सकते हैं।"