Israel: इजरायल में आज होगा सत्ता परिवर्तन, बेनेट बनेंगे नए पीएम
Israel: इजरायल में पिछले दिनों हुए चुनाव में किसी दल को बहुमत न मिलने के बाद अब विपक्षी दलों ने महागठबंधन बनाया है।
Israel: इजरायल के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है। क्योंकि वहां की संसद में 12 साल से सत्ता में जमे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और नफ्ताली बेनेट के बीच मुकाबला हो रहा है। मतदान के बाद यह तय हो जाएगा कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा। हालांकि यह तय माना जा रहा है कि नेतन्याहू के हाथ से सत्ता फिसल कर बेनेट की झोली में जा रही है जो 2023 तक इजरायल की बागडोर संभालेंगे। हालांकि उनके आलोचकों को ये आशंका है कि बेनेट के सत्ता में काबिज होने के बाद गाजा पट्टी विवाद गहरा जाएगा। क्योंकि वह नेतन्याहू से अधिक हार्डलाइनर माने जाते हैं।
इजरायल में पिछले दिनों हुए चुनाव में किसी दल को बहुमत न मिलने के बाद अब विपक्षी दलों ने महागठबंधन बनाया है। अगर मतदान में जनादेश मिल गया तो कट्टरपंथी यामिना पार्टी के नेता नफ्ताली बेनेट प्रधानमंत्री हो जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो दो दो साल की अवधि वाले दो प्रधानमंत्री इजरायल देखेगा। क्योंकि विपक्षी गठबंधन की शर्तों के मुताबिक 2023 में यैर लापिड प्रधानमंत्री बन जाएंगे। 2019 के बाद इजरायल में चार बार चुनाव हो चुके हैं और किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
इस बीच नेतन्याहू ने ट्वीट किया है कि ईश्वर उनके साथ है। उधर क्षेत्रीय सहयोग मंत्री ओफ़िर एकुनिस ने कहा है, क्षेत्रीय सहयोग मंत्रालय एक पूरी तरह से अनावश्यक है जिसे "बहुत पहले बंद कर दिया जाना चाहिए था"। 2020 के मध्य से मंत्रालय देख रहे अकुनिस ने अपनी नौकरी छोड़ने के लिए तैयार होने से कुछ घंटे पहले आर्मी रेडियो के साथ बातचीत में कहा कि 1999 में तत्कालीन प्रधान मंत्री एहूद बराक द्वारा शिमोन पेरेस के मुआवजे के रूप में मंत्रालय का गठन किया गया था।
उन्होंने कहा, "मैं एक परिवर्तन सरकार की अपेक्षा करता हूं वह उन कार्यालयों की स्थापना या रखरखाव न करे जो उनका मानना है कि बंद होना चाहिए।" यह पूछे जाने पर कि उन्होंने एक ऐसे मंत्रालय के प्रमुख के रूप में कार्य क्यों किया जो उनका मानना था कि अस्तित्व में नहीं होना चाहिए, एकुनिस कहते हैं कि उन्होंने "आंतरिक मंचों में" अपनी स्थिति को लेकर यह बात कही थी।
इस बीच यह भी खबरें हैं कि असंतुष्ट यिसरायल बेयटेनु एमके, एली अवीदार, ने गठबंधन में पेश किए गए पद से नाखुश हो कर घोषणा की है कि गठबंधन स्थापित होने के बाद वह अब पार्टी के लिए बाध्यकारी नहीं होंगे। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि वह नई सरकार को मंजूरी देने के लिए मतदान करेंगे। गठबंधन सरकार के लिए शाम चार बजे मतदान होने की संभावना है।