Israel-Hamas War: कुछ दिनों के लिए थम सकता है इजरायल-हमास जंग ! बंधकों को आजाद कराने के लिए कतर करा रहा डील
Israel-Hamas War: गाजा में सीजफायर और बंधकों को छुड़ाने के लिए दोनों पक्षों की ओर से गंभीर कोशिश की जा रही है। खाड़ी देश कतर इसमें मध्यस्थ की भूमिका अदा कर रहा है।
Israel-Hamas War: इजरायल – हमास के बीच जंग शुरू हुए 40 दिन से ज्यादा हो गए हैं। इस अवधि में हमास नियंत्रित गाजा में जबरदस्त तबाही मची है। ताबड़तोड़ इजरायली बमबारी के कारण पूरा इलाका मलबे के ढ़ेर में तब्दील होता जा रहा है। हमास के आतंकियों से ज्यादा निर्दोष फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं। सीजफायर को लेकर इजरायल पर भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव है। वहीं, इजरायल में भी अशांति है। जो नागरिक हमास के बंधक बने हुए हैं, उसे छुड़ाने के लिए देश में नेतन्याहू सरकार के खिलाफ बड़े विरोध – प्रदर्शन हो रहे हैं।
गाजा में सीजफायर और बंधकों को छुड़ाने के लिए दोनों पक्षों की ओर से गंभीर कोशिश की जा रही है। खाड़ी देश कतर इसमें मध्यस्थ की भूमिका अदा कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर सुबकुछ ठीक रहा तो गाजा पट्टी के लोगों को अगले कुछ दिनों के लिए इजरायली बमबारी से राहत मिल सकती है और साथ ही हमास के गिरफ्त में आए इजरायली नागरिक भी वापस अपने वतन लौट सकते हैं।
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5 दिन के लिए हो सकता है सीजफायर
अमेरिकी मीडिया वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इजरायल और हमास के बीच बंधकों को रिहा करने के लिए जल्द ही डील होने वाली है। समझौते के तहत बंधकों को छोड़ने के लिए पांच दिन का सीजफायर हो सकता है। कतर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ की भूमिका अदा कर रहा है। इस समझौते को अमेरिका का भी समर्थन है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने ऐसे किसी डील की जानकारी न होने की बात कही है।
नेतन्याहू के खिलाफ बढ़ रहा गुस्सा
इजरायल ने अबकी बार हमास पर पूरी ताकत से हमला बोला है। भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद उसने कदम पीछे खींचने से साफ इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लगातार अपने बयानों में हमास के खात्मे तक लड़ाई जारी रखने की बात कर रहे हैं। ऐसे आक्रमक तेवर के बावजूद उन्हें घरेलू स्तर पर काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके खिलाफ इजरायली जनता में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
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पीएम नेतन्याहू से खासकर वो लोग नाराज हैं, जिनके परिजनों को हमास ने 7 अक्टूबर को अचानक हमला कर बंधक बना लिया था और कईयों की निर्मम हत्या कर दी थी। बंधकों को छुड़ाने में हो रही देरी को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पांच दिन पहले तेल अवीव से निकाली गई एक विशाली रैली शनिवार रात को यरूशलम पहुंची। इसमें करीब 30 हजार लोग शामिल थे। इन्होंने प्रधानमंत्री के दफ्तर को घेर लिया और सरकार से जल्द से जल्द हमास के कैद में रह रहे बंधकों को छुड़ाए जाने की मांग की। विपक्ष और उनके पूर्व सहयोगी पहले से ही इजरायली पीएम से हमास के हमले को उनकी विफलता बता इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। इन सब वजहों को लेकर नेतन्याहू भी भारी दबाव का सामना कर रहे हैं।
लगातार बढ़ रहा मृतकों का आंकड़ा
सीजफायर को लेकर चल रही बातचीत के बीच गाजा में इजरायल का हवाई हमला जारी है। जिसमें आम नागरिक भी हताहत हो रहे हैं। एक दिन पहले इजरायली सेना ने गाजा के दक्षिण हिस्से में मौजूद दो स्कूलों को निशाना बनाया। इस हमले में दर्जनों फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। हमास के अधिकारियों ने 200 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये लोग स्कूल में शरण लिए हुए थे। दरअसल, इजरायल का आरोप है कि हमास नागरिक ठिकानों को अपने कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। जबकि हमास का कहना है कि इजरायली सेना आम लोगों को निशाना बना रही है।
बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हमला बोला था। इस दौरान उसने 1200 लोगों की हत्या कर दी और 240 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायली सेना ने हमास नियंत्रित गाजा पर हमले शुरू किए जो अब तक जारी है। हमास शासित गाजा में अब तक 12,300 लोग मारे जा चुके हैं, जिसमें 5 हजार बच्चे भी शामिल हैं।