ब्रासीलिया। ब्राजील में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद जाइर बोलसोनारो ने देश में बुनियादी बदलाव लाने का वादा किया है। ब्राजील की पूर्व सैन्य तानाशाही द्वारा दी गई यातनाओं के इस्तेमाल को खुला समर्थन देने, महिला द्वेषी, नस्ली भेदभाव और समलैंगिकों के प्रति पूर्वाग्रह वाले बयान देने पर लोगों की आलोचना झेलने के बावजूद बोलसोनारो भ्रष्टाचार, अपराध और अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत के खिलाफ मतदाताओं के आक्रोश को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहे। बोलसोनारो को चुनाव में 55.13 फीसदी मत प्राप्त हुए जबकि उनके वामपंथी प्रतिद्वंद्वी फर्नांडो हद्दाद को 44.87 फीसदी मत मिले। 63 वर्षीय बोलसोनारो 1 जनवरी, 2019 को पद संभालेंगे।
फेसबुक का किया खूब इस्तेमाल
बोलसोनारो ने जीत के बाद अपने भाषण में कहा, 'हम मिलकर ब्राजील की किस्मत बदलेंगे।' इस भाषण का उनके घर से फेसबुक पर लाइव प्रसारण किया गया। बीते 6 सितंबर को एक रैली के दौरान एक हमलावर ने उनके पेट में छुरा घोंप दिया था। इसके बाद से ही वह फेसबुक का इस्तेमाल अपने प्रचार अभियान के लिए कर रहे थे। नव निर्वाचित राष्ट्रपति के विजयी भाषण के दौरान उनकी पत्नी भी साथ बैठी थीं। बोलसोनारो ने सख्त लहजे में अपना भाषण दिया और 'बाइबिल और संविधान' का पालन करते हुए शासन करने का संकल्प जताया। उन्होंने कहा, 'हम साम्यवाद, समाजवाद, लोकलुभावनवाद और वामपंथी उग्रवाद के साथ आगे बढऩा जारी नहीं रख सकते।' उन्होंने संविधान, लोकतंत्र और स्वतंत्रता की रक्षा करने का वादा किया। 1964-85 के बीच ब्राजील की बर्बर सैन्य तानाशाही की खुली प्रशंसा करने के बाद विपक्ष की उन आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की कि वह अधिनायकवाद की ओर बढ़ेंगे। बोलसोनारो ने सार्वजनिक तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रशंसा की है।
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दूसरी ओर बोलसोनारो के प्रतिद्वंद्वी, साओ पाउलो के पूर्व मेयर हद्दाद ने कहा कि वह उन साढ़े चार करोड़ लोगों की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए लड़ेंगे जिन्होंने उनके लिये मतदान किया है। बोलसोनारो ने प्रचार के दौरान ब्राजील के वामपंथियों का सफाया करने की बात कही थी। साओ पाउलो में हद्दाद की वर्कर्स पार्टी के मुख्यालय पर निराश समर्थकों ने बोलसोनारो को 'फासिस्ट' बताया।
वॉशिंगटन में सेंटर फॉर इकोनोमिक एंड पॉलिसी रिसर्च के मार्क वाइसब्रॉट ने कहा, 'यह ब्राजील के लिये अंधकारमय दिन है। ब्राजील का लोकतंत्र अब पूरी तरह संकट में है।' पर्यावरण समूह एमेजॉन वॉच ने बोलसोनारो की जीत पर चेतावनी देते हुए इसे ब्राजील के अमेजन के लिए आपदा बताया। बोलसोनारो ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों को कृषि उद्योग में दखल न देने की बात कही है।
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बोलसोनारो के विवादित बयान
बोलसोनारो ने ब्राजील में बहुत से लोगों को अपने तीखे बयानों से नाराज किया है। एक बार उन्होंने एक महिला सांसद को कह दिया था कि वह 'बलात्कार करने के योग्य नहीं हैं।' एक बार उन्होंने कहा था कि वह अपने बेटों को समलैंगिक होने के बजाए मरा हुआ देखना पसंद करेंगे। वहीं एक अश्वेत समुदाय से मिलने के बाद उन्होंने बयान दिया, 'वे किसी काम के नहीं हैं। मुझे आशंका है कि वे बच्चे पैदा कर सकते हैं।' लेकिन इस सबके बावजूद मतदाताओं के एक बड़े हिस्से ने हद्दाद की वर्कर्स पार्टी को नकार दिया जो पिछले चार बार राष्ट्रपति चुनाव जीती थी।
ब्राजील में चुनाव ऐसे समय में हुआ जब देश सबसे खराब आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। वहां अरबों डॉलर के भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं और हिंसक अपराध की घटनाएं काफी बढ़ी हैं। हद्दाद लोकप्रिय लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के प्रतिनिधि के तौर पर चुनाव लड़े थे।