अकेलापन दूर करेंगे मंत्री: सरकार का बड़ा कदम, Minister of Loneliness की नियुक्त
जापान में सबसे ज्यादा आत्महत्या का रिकॉर्ड साल 2020 में दर्ज हुआ है। कोरोना वायरस महामारी के वक्त देश में एक दशक में सबसे ज्यादा लोगों ने सुसाइड किया और इस दौरान करीब 21 हजार लोगों की मौत हो गई।
नई दिल्ली: देश-प्रदेश में अलग अलग तरह के कार्यभार संभालने के लिए अलग अलग तरह के मंत्री नियुक्त किए जाते हैं। जैसे- रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री वगैरह वगैरह। लेकिन कभी आपने किसी देश में अकेलेपन को दूर करने के लिए मंत्री का नियुक्त होना सुना है। शायद आपका जवाब नहीं होगा और आपको ये पढ़कर अजीब भी लग रहा था। लेकिन ये शत प्रतिशत सच है।
क्या होगा Minister of Loneliness का काम?
जी हां, एक ऐसा देश भी है जहां पर मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस यानी अकेलेपन को दूर करने के लिए एक मंत्री की नियुक्ति हुई है। हम बात कर रहे हैं भारत के अजीज दोस्त और एशिया के अहम देश जापान की। जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने कैबिनेट में मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस की नियुक्ति की है। इस मंत्रालय का काम होगा नागरिकों में अकेलेपन और तनाव की स्थिति को दूर करना।
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आत्महत्या दर में तेजी से हुआ इजाफा
दरअसल, इस देश में बीते 11 सालों में लोगों के आत्महत्या यानी Suicide करने की दर में बहुत तेजी से इजाफा हुआ है। इस बात से सरकार की चिंता बढ़ गई है। जिसके बाद सरकार ने लोगों की मदद करने की सोची और इसके लिए लोगों पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए यह मंत्रालय गठित कर दिया है।
प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने शुक्रवार को तेतसुशी साकामोटो को देश का मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस नियुक्त किया है। साथ ही ये उम्मीद भी जताई है कि वह अलग-अलग मंत्रियाों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेंगे। जापान के पीएम ने कहा कि महिलाएं बहुत ही अकेला महसूस कर रही हैं और आत्महत्या की दर बढ़ती जा रही है।
इमरजेंसी मीटिंग बुला सकते हैं साकामोटो
पीएम की तरफ से मंत्री को आदेश दिया गया है कि वो एक विस्तृत रणनीति बनाकर इस दिशा में आगे बढ़ें। ऐसा माना जा रहा है कि लोन्लीनेस मिनिस्टर तेतसुशी साकामोटो एक टीम बनाकर आपातकालीन मीटिंग बुला सकते हैं। इस बैठक में एक प्लान पर चर्चा की जाएगी।
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महामारी में सबसे ज्यादा बढ़े आंकड़े
बताया जा रहा है कि जापान में सबसे ज्यादा आत्महत्या का रिकॉर्ड साल 2020 में दर्ज हुआ है। कोरोना वायरस महामारी के वक्त देश में एक दशक में सबसे ज्यादा लोगों ने सुसाइड किया और इस दौरान करीब 21 हजार लोगों की मौत हो गई। साल 2019 की तुलना में आत्महत्या दर 3.7 प्रतिशत की दर से इजाफा हुआ। गौरतलब है कि इस महामारी से लड़ने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे। साथ ही सोशल गैदरिंग को भी बैन कर दिया गया था।
कनाडा और यूके में भी हुआ ऐसा
बताते चलें कि जापान से पहले कनाडा ने कोरोना वायरस महामारी के चलते डिप्रेशन में आए लोगों की मदद के लिए मिनिस्टर ऑफ लोन्लीनेस को नियुक्त किया था। कनाडा में भी महामारी की वजह से सुसाइड करने की भावना को बल मिलते देखा जा रहा है। जो लोग अकेलेपन से जूझ रहे हैं वो आत्महत्या को ही सबसे सरल उपाय मान रहे हैं।
कनाडा के सेंटर फॉर सुसाइड प्रिंवेशन ने बताया कि 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में आत्महत्या करने की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा साल 2018 में यूनाइटेड किंगडम (यूके) में भी इसी तरह के मंत्रालय का गठन किया गया था। यूके की सरकार बुजुर्गो में बढ़ती अकेलेपन की समस्या से परेशान थी।
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