Lockdown in New Zealand: 6 महीने बाद न्यूजीलैंड में कोरोना की दस्तक, एक केस के बाद PM ने लगाया लॉकडाउन
Lockdown in New Zealand: न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में कोरोना का एक मामला सामने आया है, जिसके बाद प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है।
Lockdown in New Zealand: कोरोना की फिर से दस्तक होने के बाद पूरे न्यूजीलैंड को सचेत कर दिया है। मंगलवार को न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में कोरोना का एक मामला सामने आया है, जिसके बाद प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है।कम से कम तीन दिनों के लिए पूरे देश में सख्त लॉकडाउन (Lockdown) लागू कर दिया है, जो आज रात से लागू हो जाएगा।
पीएम अर्डर्न ने वेलिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इसकी घोषणा की। संवाददाता सम्मेलन में जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि ऑकलैंड में पूरे सात दिन का लॉकडाउन रहेगा। वहीं, बाकी शहरों में लॉकडाउन तीन दिन का होगा, जो आज रात से लागू हो जाएगा। उन्होंने सभी को घर से काम करने की सलाह दी है। लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल व कॉलेज भी बंद रहेंगे।
छह महीने पहले सामने आया था कोरोना मरीज
दरअसल, देश में छह महीने बाद लोगों के बीच पहली बार कोरोना का पहला मामला सामने आया है. प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न (Jacinda Ardern) ने महामारी को खत्म करने के लिए लोगों से मदद की अपील की है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड के मामले और सीमा या आइसोलेशन से इसके संबंध को लेकर अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है। ये व्यक्ति कैसे संक्रमित हुआ है, इसकी जांच की जा रही है।आखिरी बार न्यूजीलैंड में लोगों के बीच कोरोना का मामला फरवरी में सामने आया था।
डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण की अभी पुष्टि नहीं
न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने बताया कि ऑकलैंड में मिले एक संक्रमित में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण हैं। हालांकि,अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। दुनिया के मुकाबले न्यूजीलैंड ने कोरोना के खिलाफ बेहतर लड़ाई लड़ी है। कोरोना संक्रमित मरीजों व मृतकों की संख्या दुनिया के मुकाबले यहां बेहद कम है। दरअसल, कोरोना की शुरुआत होते ही न्यूजीलैंड ने अपने देश की सभी सीमाओं को सील कर दिया था। वहीं, जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से यहां पर कोरोना को बेहतर तरीके से काबू किया गया था।
न्यूजीलैंड में खोला गया सबसे पहले लॉकडाउन
दुनिया के मुकाबले न्यूजीलैंड ने कोरोना के खिलाफ बेहतर लड़ाई लड़ी है। कोरोना संक्रमित मरीजों व मृतकों की संख्या दुनिया के मुकाबले यहां बेहद कम है। दरअसल, कोरोना की शुरुआत होते ही न्यूजीलैंड ने अपने देश की सभी सीमाओं को सील कर दिया था। वहीं, जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से यहां पर कोरोना को बेहतर तरीके से काबू किया गया था। एक्सपर्ट के अनुसार कोविड में लगातार म्यूटेशन होता है और वह बदलता रहता है। वहीं, न्यूजीलैंड ऐसा देश है जहां सबसे पहले लॉकडाउन खोला गया था।
वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ा खतरा
जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से हम कोरोना का म्यूटेशन जानने के लिए इसका फैमली ट्री बनाते हैं। इससे उसके आधार पर जाकर उसमें हाने वाले बदलावों के अनुरूप ही वैक्सीनेशन किया जाता है। भले ही न्यूजीलैंड कोरोना का एक मामला सामने आते ही सचेत हो गया हो, लेकिन वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ा खतरा साबित हो सकती है।