मोदी सरकार की बड़ी कूटनीतिक कामयाबी, 2022 में जी-20 की मेजबानी करेगा भारत

पीएम मोदी ने बताया कि वर्ष 2022 में इटली को जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करनी थी। उन्होंने इटली से गुजारिश की थी कि वह 2021 में इस सम्मेलन की मेजबानी करे ताकि 2022 का मौका भारत को मिले। इटली समेत दूसरे देश भी इस पर राजी हो गए।  

Update: 2018-12-02 03:39 GMT

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि भारत 2022 में अगले जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। 2022 में भारत अपनी आजादी की 75वीं सालगिरह मनाएगा। जी-20 दुनिया की 20 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का समूह है।

दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के समापन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने इस आशय की घोषणा की। पीएम मोदी ने बताया कि वर्ष 2022 में इटली को जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करनी थी। उन्होंने इटली से गुजारिश की थी कि वह 2021 में इस सम्मेलन की मेजबानी करे ताकि 2022 का मौका भारत को मिले। इटली समेत दूसरे देश भी इस पर राजी हो गए।

2022 में इस अंतरराष्ट्रीय फोरम की मेजबानी इटली को करनी थी। मेजबानी की भूमिका भारत को सौंपने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने इटली को धन्यवाद दिया।

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पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से इन खास मुद्दों पर की चर्चा

शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात की। जी-20 शिखर सम्मेलन से हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार और लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाकर दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझीदारी को और गहरा करने और विविधता देने के उपायों पर चर्चा की।

फ्रांस के साथ हुए राफेल लड़ाकू जेट सौदे पर विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों देशों के नेताओं के बीच यह मुलाकात हुई है।

भारत ने फ्रांस के साथ सितंबर 2016 में 36 राफेल लड़ाकू जेट खरीद के लिए अंतर सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इस सौदे पर करीब 58000 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है।

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