पाकिस्तान की तबाही शुरु! बद से बदतर हो जाएंगे देश के हालात
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब है और अब मूडीज क्रेडिट रेटिंग ने पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था को लेकर चेतावनी दी है। ये एजेंसी दुनियाभर के देशों की आर्थिक स्थिति पर नजर रखती है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब है और अब मूडीज क्रेडिट रेटिंग ने पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था को लेकर चेतावनी दी है। ये एजेंसी दुनियाभर के देशों की आर्थिक स्थिति पर नजर रखती है। एजेंसी ने कहा है कि पाकिस्तान को आने वाले समय में गंभीर आर्थिक संकट से गुजरना पड़ सकता है।
पाकिस्तान को करना पड़ सकता है आर्थिक संकट का सामना-
मूडीज एजेंसी ने पाकिस्तान को उन देशों की श्रेणी में शामिल किया है, जिन देशों की कर्ज भुगतान करने में स्थिति बेहद खराब होती जा रही है। दरअसल, पाकिस्तान की विदेशी कर्ज पर निर्भरता बढ़ती जा रही है और दूसरी ओर कर्ज के भुगतान करने की क्षमता कम होती जा रही है। इस वजह से पाकिस्तान को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
एजेंसी ने दुनिया भर के देशों की वित्तीय स्थिरता को लेकर रेटिंग जारी की है। मूडीज एजेंसी के अनुसार, एशिया प्रशांत, मध्य-पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और लैटिन अमेरिका सबसे ज्यादा खतरे में हैं।
बी-3 निगेटिव है पाकिस्तान की रेटिंग-
मूडीज एजेंसी के मुताबिक, विदेशी कर्ज पर बढ़ता निर्भरता और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी होने की वजह से पाकिस्तान के साथ-साथ कई देशों की रेटिंग बहुत खराब है। पाकिस्तान की रेटिंग बी-3 निगेटिव है जो कि बेहद ही स्थिति है। पाकिस्तान के अलावा कई देश हैं जिनको खराब रेटिंग मिली है। इन देशों की रेटिंग कुछ इस प्रकार है- जमैका (बी-2 पॉजीटिव), सेंट विसेंट और ग्रेनाडाइन्स (एसवीजी, बी-3), घाना (बी-3 स्टेबल), मिस्त्र (बी-2 स्टेबल), अंगोला (बी-3 स्टेबल) ट्यूनीशिया (बी-2 निगेटिव)।
आईएमएफ से 6 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज पर मंजूरी-
अभी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय संस्था आईएमएफ से 6 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज की मंजूरी मिली है। वहीं बीते कई सालों से पाकिस्तान का करेंट अकाउंट घाटा बढ़ता जा रहा है। इसमें आयात ज्यादा और निर्यात कम है। वही आईएमएफ ने पाकिस्तान को करेंट अकाउंट घाटा को कम करने का लक्ष्य दिया है।
21 बार ले चुका है आईएमएफ से कर्ज-
बता दें कि पाकिस्तान के राजस्व का सबसे ज्यादा हिस्सा कर्ज के ब्याज को देने में ही चला जाता है। पाकिस्तान ने आईएमएफ के अलावा अपने मित्रों देशों चीन और सऊदी अरब से भी कर्ज ले चुका है। पाकिस्तान अब तक आईएमएफ से 21 बार कर्ज ले चुका है।
90 अरब डॉलर के करीब है कर्ज-
पाकिस्तान का विदेशी कर्ज कुल 90 अरब डॉलर के करीब है। इस साल पाकिस्तान को आईएमएफ से 2 अरब डॉलर का कर्ज मिलेगी। आईएमएफ के अनुसार, पाकिस्तान का कर्ज वर्तमान में जीडीपी के 70 फीसदी तक पहुंच गया है। जो कि साल 2008 में जीडीपी का 60 फीसदी था।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर आईएमएफ ने भी चेताया-
बता दें कि लगभग हर सरकार विदेशी मुद्रा भंडार को बनाए रखने के लिए आईएमएफ का सहारा लेती है, जिससे कि भुगतान के संकट को टाला जा सके। पाकिस्तान पिछले 6 सालों में करीब 26 अरब डॉलर का कर्ज ले चुका है। आईएमएफ ने भी हाल ही में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर चेताया था कि पाकिस्तान के 27 अरब डॉलर के कर्ज की अवधि करीब दो सालों में पूरी होने वाली है। जिसको चुकाने में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा सकती है।
देश कठिन आर्थिक दौर से गुजर रहा है- आरिफ अल्वी
पाकिस्तान की खराब स्थिति को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी स्वीकार किया है। गुरुवार को पाकिस्तान की संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश कठिन आर्थिक दौर से गुजर रहा है। इसके लिए उन्होंने पहले के सरकारों के भ्रष्टाचारियों को जिम्मेदार बताया है।