Multi-Cancer Screening Test: एक ब्लड टेस्ट से पता चल जाएगा 50 तरह के कैंसर का

Multi-Cancer Screening Test: कैंसर का पता अमूमन ऐसी स्टेज में चलता है जब वह काफी फैल चुका होता है, लेकिन अब एक साधारण ब्लड टेस्ट से 50 से ज्यादा तरह के कैंसरों का बहुत ही शुरुआती स्टेज में पता चल जाएगा।;

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Ashiki
Update:2021-06-25 20:30 IST

कांसेप्ट इमेज (फोटो- सोशल मीडिया) 

नई दिल्ली: कैंसर का पता अमूमन ऐसी स्टेज में चलता है जब वह काफी फैल चुका होता है, लेकिन अब एक साधारण ब्लड टेस्ट से 50 से ज्यादा तरह के कैंसरों का बहुत ही शुरुआती स्टेज में पता चल जाएगा। वैज्ञानिकों ने इस टेस्ट को भरोसेमंद करार देते हुए इसके रोलआउट को स्वीकृति दे दी है। कोई भी लक्षण प्रकट होने से पहले इस टेस्ट से शरीर में कैंसर की मौजूदगी पता चल जाएगी।

इंग्लैंड में नेशनल हेल्थ सिस्टम (एनएचएस) द्वारा ये टेस्ट इस साल लांच कर दिया जाएगा। ये टेस्ट उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा जिनमें कैंसर का खतरा ज्यादा है या ऐसे लोग जो 50 वर्ष से ज्यादा के हैं और किसी बीमारी से ग्रसित हैं। ये टेस्ट कई ऐसे कैंसरों की पहचान कर लेगा जो बीमारी की शुरुआती स्टेज में पकड़ में नहीं आते हैं, जैसे कि सिर, गर्दन, ओवरी, पैंक्रियास, ओसोफेगल कैंसर और कुछ किस्म के ब्लड कैंसर।

कैंसर पर एक प्रतिष्ठित शोध पत्रिका में प्रकाशित लेख में वैज्ञानिकों ने इस टेस्ट के बारे में कहा है कि किसी भी संकेत या लक्षण प्रकट होने से पूर्व ये टेस्ट कैंसर की मौजूदगी की सटीक जानकारी दे देता है और इस टेस्ट के परिणाम फाल्स पॉजिटिव आने की संभावना बहुत ही कम है।

अमेरिकी कम्पनी ने किया है डेवलप

एक अमेरिकी कम्पनी 'ग्रेल' द्वारा ये डेवलप ये टेस्ट खून उन जेनेटिक कोड को ढूंढता है जो ट्यूमर से लीक होकर खून में आ जाते हैं। ऐसे जेनेटिक कोड को सेल फ्री डीएनए कहा जाता है। इसके अलावा ये टेस्ट इन डीएनए में हुई केमिकल बदलावों पर फोकस करता है। इन बदलावों को मिथिलेशन पैटर्न कहते हैं। इस टेस्ट को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर डेवलप किया गया है। लेटेस्ट स्टडी में बताया गया है कि ये बहुत सटीक है। जिन लोगों पर टेस्ट का ट्रायल किया गया उनमें सिर्फ 0.5 फीसदी मामलों में टेस्ट ने गलत परिणाम दिखाया। 

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