Myanmar Coronavirus: म्यांमार में डेल्टा वेरियंट का कहर, ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे लोग

Myanmar Coronavirus Cases : म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून में कोरोना के मामलों में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है और स्थिति ये है कि रोजाना 200 से ज्यादा मौतें हो रही हैं।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shivani
Update:2021-07-17 13:30 IST

म्यांमार में ऑक्सीजन के लिए लगी भीड़ (Photo Twitter)

Myanmar Coronavirus Cases : एशिया के कई देशों में कोरोना महामारी को लेकर हालात काफी चिंताजनक होते जा रहे हैं। म्‍यांमार में डेल्टा वेरियंट (Delta Variant In Myanmar) का जबरदस्त कहर है और ऑक्सीजन की किल्‍लत (Oxygen Supply Crisis) होने की वजह से हालात और अधिक खराब हो गए हैं। म्यांमार की बुरी स्थिति को देखते हुए चीन ने इस देश से लगी अपनी सीमा बंद कर दी है और सीमा से लगे अपने शहर रूइली में लॉकडाउन लगा दिया है। जबकि म्यांमार के 6 शहरों में सेना ने मार्शल लॉ (Martial Law) लागू कर दिया है।

म्यांमार के 6 शहरों में मार्शल लॉ लागू (Martial law in Myanmar
)

डब्लूएचओ (WHO) ने म्यांमार की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है और विश्व समुदाय से यहाँ मदद भेजने की अपील की है। ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सिंगापुर से ऑक्सीजन की खेप भेजी जा रही हैं लेकिन उससे से भी कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ रहा है।

रोजाना कोरोना से 200 मौतें

म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून में कोरोना के मामलों में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है और स्थिति ये है कि रोजाना 200 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। म्यांमार में पिछले दो महीने से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे थे और पिछले दो हफ्तों के दौरान यहां रिकॉर्ड 7,089 संक्रमणों के मामले दर्ज किए गए हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक देश में 2 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं। डब्लूएचओ का कहना है कि म्यांमार में मार्च में हुए तख्ता पलट के बाद से बुरे हाल हैं और डेल्टा वेरियंट से स्थिति बाद से बदतर होती जा रही है। देश में कोरोना पॉजिटिवटी दर 34 फीसदी से ज्यादा हो गयी है। यानी 100 लोगों की जांच में 34 फीसदी लोग संक्रमित निकल रहे हैं।
म्यांमार के लोग सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। फेसबुक पर ऐसे ऐसे वीडियो डाले जा रहे हैं जिनमें मरीजों को ऑक्सीजन के बगैर तड़पते दिखाया गया है। यही नहीं, कई ऐसे वीडिओ भी डाले गए हैं जिनमें लोगों को सड़क पर ऑक्सीजन के बगैर मरते दिखाया गया है।
म्यांमार में रात का कर्फ्यू लागू है और सेना इसे सख्ती से लागू कराती है। लोकल मीडिया के अनुसार, लोग इतना परेशान हैं कि सेना की गोली का जोखिम उठा कर भी ऑक्सीजन सिलिंडरों की तलाश में भटकते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार सेना ने उन निजी क्लीनिकों को ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी है जहाँ के डाक्टर और स्टाफ सेना की सत्ता की खिलाफत करते हैं। लोकल मीडिया के अनुसार यांगून के कब्रिस्तानों में लाशों का तांता लगा रहता है और इनमें अधिकांश ऐसे हैं जिनकी मौत घर पर हो गई थी।

ऑक्सीजन सप्लाई से रोक रही म्यांमार की सेना 

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि सेना लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने वालों के यहाँ जाने से भी रोक रही है। सेना का तर्क है कि ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लायर कालाबाजारी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक जगह ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए लगी भीड़ पर सेना ने फायरिंग भी की है।
इस बीच सिंगापुर ने म्यांमार में मौजूद अपने नागरिकों से अतिशीघ्र वापस लौट आने को कहा है। सिंगापुर दूतावास ने अपने नागरिकों को ईमेल से भेजे एक नोटिस में कहा है कि लोग जल्दी से जल्दी बहार निकल जाएँ। सिंगापुर यहाँ से नियमित रूप से राहत उड़ानें ऑपरेट कर रहा है। दूतावास ने कहा है कि म्यांमार में यांगून रीजन के 6 शहरों में मार्शल लॉ लगा दिया गया है।
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