Neocov New Corona Virus: साउथ अफ्रीका में मिला 'नियोकोव' वायरस, बेहद जानलेवा, विशेषज्ञों ने जारी की चेतावनी
Neocov New Corona Virus: ओमिक्रॉन के फैलाव के बीच अब साउथ अफ्रीका में एक नया कोरोना वायरस 'नियोकोव' सामने आ गया है। इस वायरस के बारे में चीन में वुहान के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि नियोकोव वायरस की संक्रमण और मृत्यु दर काफी अधिक है।
Neocov New Corona Virus: ओमिक्रॉन (Omicron) के फैलाव के बीच अब साउथ अफ्रीका (South Africa) में एक नया कोरोना वायरस 'नियोकोव' सामने आ गया है। इस वायरस के बारे में चीन में वुहान के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि नियोकोव वायरस (Neocov virus) की संक्रमण और मृत्यु दर काफी अधिक है। वुहान यूनिवर्सिटी (Wuhan University) और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज इंस्टीट्यूट ऑफ बायोफिजिक्स (Chinese Academy of Sciences Institute of Biophysics) के शोधकर्ताओं ने कहा है कि मानव कोशिकाओं तक पहुंचने के लिए 'नियोकोव' वायरस को सिर्फ म्यूटेट होने की जरूरत होगी और ऐसा कभी भी हो सकता है।
नियोकोव' की मृत्यु दर लगभग 33 प्रतिशत
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस (Coroanvirus) के कारण उत्पन्न एंटीबॉडी और कोरोना वैक्सीन के कारण पैदा हुए प्रोटीन भी 'नियोकोव' वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि 'नियोकोव' की मृत्यु दर लगभग 33 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि इस वायरस से संक्रमित होने वाले प्रत्येक तीन लोगों में से एक की मौत हो सकती है।
बताया गया है कि 'नियोकोव' वायरस (Neocov virus) साउथ अफ्रीका (South Africa) में चमगादड़ों में मिला है और यह इन्हीं में ही फैल रहा है। वैज्ञानिकों ने इस वायरस के इंसानों में भी फैलने की आशंका जताई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 'नियोकोव' और इसका करीबी रूप पीडीएफ 2180 - कोव इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। बताया गया है कि इंसानों में फैलने के बाद यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, 'नियोकोव' दरअसल मर्स वायरस से जुड़ा हुआ है और पहली बार 2012 और 2015 में मध्य पूर्वी देशों में इसका प्रकोप देखने को मिला था। इस पर जल्द ही नियंत्रण पा लिया गया था इसलिए बीमारी बहुत ज्यादा नहीं फैल पाई थी।
साउथ अफ्रीका में चमगादड़ों की एक प्रजाति में पाया गया नियोकोव वायरस
यह हाल ही में साउथ अफ्रीका (South Africa) में चमगादड़ों की एक प्रजाति में पाया गया है। ये वायरस आमतौर पर जानवरों में फैलता है लेकिन जानवरों से ये इंसानों में जम्प कर सकता है। ऐसा होने पर एक नई मुसीबत खड़ी हो जाएगी। डब्लूएचओ (WHO) ने कहा है कि इंसानों पर 'नियोकोव' (Neocov virus) के संभावित खतरे के बारे में अधिक जानने के लिए शोध की आवश्यकता है। फिलहाल इस पर कई एजेंसियां नजर रखे हुए हैं।
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