कोरोना की नई लहर: मिल गया नए वैरिएंट ओमिक्रोन का तोड़, इस वैक्सीन कंपनी ने किया बड़ा दावा
Omicron Variant Vaccine: नए वैरिएंट (new corona variant omicron) को लेकर सबसे ज़रूरी बात यह है कि यह अपने पिछले संस्करण की तुलना में 30 गुना अधिक तेज़ी से उत्परिवर्तित (Mutate) करता है।
Omicron Variant Vaccine : हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में कोविड 19 के नए वैरिएंट का पता चलने के साथ ही भारत समेत पूरी दुनिया इसको लेकर सचेत हो गयी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दक्षिण अफ्रीका में पाए गए इस नए कोविड 19 वैरिएंट (new corona variant omicron) का नाम "ओमिक्रोन" (Omicron) रखा है। इसके चलते पूरी दुनिया को अलर्ट पर रखा गया है। शुरुआती प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह आने वाले समय में बेहद ही घातक साबित हो सकता है।
हालांकि इस नए वैरिएंट (new corona variant omicron) को लेकर सबसे ज़रूरी बात यह है कि यह अपने पिछले संस्करण की तुलना में 30 गुना अधिक तेज़ी से उत्परिवर्तित (Mutate) करता है, जिसके चलते यह संक्रमण को और अधिक घातक तथा तेज़ी से फैलने के आसार को जन्म देता है।
रूस का दावा, स्पुतनिक वैक्सीन है ओमिक्रोन के खिलाफ कारगर
Omicron Variant Vaccine
अभी वैज्ञानिक इस नए वैरिएंट से लड़ने और इसके वैक्सीन को लेकर विचार कर ही रहे थे कि रूस ने एक चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है। रूस का कहना है कि उनके देश में विकसित स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (new corona variant omicron) से लड़ने में मददगार साबित हो सकती है।
सोमवार को इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए रूस ने बताया कि देश स्तिथ गामालेया इंस्टीट्यूट (Gamaleya Institute) द्वारा विकसित वैक्सीन स्पुतनिक वी ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी रूप से काम करेगी तथा अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन सभी देशों की सलाह के मद्देनजर ऐसा चाहता है तो गामालेया इंस्टीटूट जल्द से जल्द लाखों की संख्या में स्पुतनिक वी की ऐसी वैक्सीन बूस्टर डोज़ का उत्पादन करने के लिए तैयार है जो ओमिक्रोन से लड़ने में प्रभावी साबित होगी।
गामालेया इंस्टीटूट के अनुसार स्पुतनिक वी वैक्सीन ओमाइक्रोन को बेहतर तरीके से बेअसर कर देगी क्योंकि स्पुतनिक वी में अन्य उत्परिवर्तनों (mutation) की तुलना में अधिक प्रभावकारिता (high efficiency) है।
आपको बता दें कि रूस ने पिछले साल स्पुतनिक वी (Sputnik V) की दो-खुराक वाली वैक्सीन जल्द ही विकसित कर ली थी जो कि रूस के मुताबिक परीक्षण में बेहतरीन परिणाम दिए थे लेकिन इसके बावजूद अभी भी स्पुतनिक वी को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी नहीं मिल पाई है, वर्तमान में स्पुतनिक वी समीक्षा के दौर आए गुज़र रही है। हालांकि स्पुतनिक वी को रूस सहित 50 से अधिक देशों ने कोरोना की वैक्सीन के तौर पर अपना लिया है।