JOB IN US: अब नौकरी करने के लिए अमेरिका जाना होगा आसान, बाइडन प्रशासन उठाने जा रही है ये कदम
JOB IN US: अमेरिका अपने एच –1बी वीजा सिस्टम को आधुनिक बनाने जा रहा है। जिससे ग्रीन गार्ड पाना पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा। इसका सबसे अधिक लाभ भारतीय लोगों को मिलने वाला है।
New Delhi: दुनिया के सबसे धनवान और ताकतवर मुल्क हमेशा से नौकरीपेशा वर्ग के लिए पसंदीदा गंतव्य स्थल रहा है। भारत जैसे विकासशीस देशों से बड़ी संख्या में युवा आईटी प्रोफेशसनल्स के रूप में हर साल अमेरिका की ओर रूख करते हैं। वर्तमान में भी वहां भारतीय प्रोफेशसनल्स की अच्छी खासी तादाद है। अमेरिका अपने एच –1बी वीजा सिस्टम (H-1B Visa System) को आधुनिक बनाने जा रहा है। जिससे ग्रीन कार्ड पाना पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा। इसका सबसे अधिक लाभ भारतीय लोगों को मिलने वाला है।
दरअसल अमेरिकी होम डिपार्टमेंट ने एच –1बी वीजा नियमों में कई बदलाव करने के प्रस्ताव रखे हैं। ये उसके 2023 के रेग्युलेटरी एजेंडे का हिस्सा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए प्रस्ताव में यूएस होम डिपार्टमेंट एम्प्लॉयर और एम्प्लॉयी के बीच का संबंध डिफाइन करने वाले नियमों को फिर से संशोधित करना चाहता है। बताया जा रहा है कि इससे स्टार्टअप कंपनियों के लिए अपने काम को आउटसोर्स करना आसान हो जाएगा।
नए गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी
हालांकि, मंत्रालय इस लचीलेपन के दुरूपयोग को लेकर भी सजग है। इसके लिए कई चेक प्वाइंट बनाए जाएंगे, ताकि ऐसे किसी भी दुरूपयोग को रोका सके। नए प्रस्ताव के अनुसार, साइट विजिट करने के लिए भी नए गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा।
ग्रीन कार्ड पाना होगा
यूएस होम डिपार्टमेंट ने Form I-485 में भी बदलाव लाने का प्रस्ताव दिया है। एच–1बी वीजाधारक वर्कर्स इस फॉर्म को अमेरिका में ग्रीन कार्ड हासिल करने के लिए अप्लाई करते हैं। इस प्रस्ताव के अनुसार, ग्रीन कार्ड पाने की प्रक्रिया में लगने वाले समय की बचत होगी। ये भारतीय समुदाय के लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा।
क्या होता है एच –1बी वीजा
अमेरिका का एच –1बी वीजा एक नॉन –इमीग्रेंट वीजा है, जिसका उपयोग अमेरिकी कंपनियां आउटसोर्सिंग के लिए करती हैं। भारत की कई कंपनियां और प्रोफेशनल इसी वीजा के सहारे अमेरिकी कंपनियों में काम करते हैं। इसलिए इस वीजा से जुड़े किसी भी बदलाव से भारतीय सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के कार्यकाल में अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत एच –1बी वीजा को मुश्किल बना दिया गया था। मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि वह सत्ता संभालते ही इस नीति को सबसे पहले खत्म करेंगे।