Protest In Bangladesh: बांग्लादेश में बवाल, शेख हसीना के खिलाफ विपक्षी दल की हिंसा, आगजनी
Protest In Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हंगामा मचा हुआ है, विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की रैली में भारी हिंसा हुई है। उपद्रवियों ने दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी और सरकारी इमारतों में भी तोड़फोड़ की।
Protest In Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हंगामा मचा हुआ है, विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की रैली में भारी हिंसा हुई है। उपद्रवियों ने दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी और सरकारी इमारतों में भी तोड़फोड़ की। इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है तथा 41 सुरक्षाकर्मियों समेत 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। विपक्ष ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की है।
क्या है घटनाक्रम
हुआ ये है कि विपक्षी दल बांग्लादेश में चुनावों की निष्पक्षता को लेकर आशंकित हैं। उन्हें लगता है कि हसीना की पार्टी और सरकार चुनाव में धांधली करेगी। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व में बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए राजधानी ढाका में एक रैली का आयोजन किया था।
- जबकि सत्तारूढ़ अवामी लीग ने भी एक शांति रैली आयोजित की थी।
- हालात तब ख़राब हो गए जब बीएनपी कार्यकर्ताओं ने एक पुलिस बूथ में आग लगा दी और मुख्य न्यायाधीश के आवास पर पथराव किया। दंगाइयों ने कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके कारण सुरक्षा बलों को आंसू गैस और डंडों से जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए अर्धसैनिक सीमा गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों को तैनात किया गया था।
- पुलिस ने कहा कि बीएनपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकारी प्रतिष्ठानों और संपत्ति पर हमला किया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- लेकिन बीएनपी अभी भी और विरोध पर आमादा है। उसने अपनी रैली को रोकने और उनके कार्यकर्ताओं पर 'हमले' के लिए पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज फिर से देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया।
- इस बीच, अवामी लीग ने ढाका में बैतुल मोकर्रम नेशन मस्जिद के दक्षिणी गेट पर हजारों समर्थक जुटाए हैं।
क्यों है विरोध
जनवरी 2024 में बांग्लादेश में आम चुनाव होने हैं और बढ़ते तनाव के बीच रैलियां निकाली गईं हैं। देश के संस्थापक पिता शेख मुजीबुर रहमान की बेटी शेख हसीना 15 वर्षों से सत्ता में हैं। दूसरी ओर, पूर्व सैन्य शासक जियाउर्रहमान की पत्नी खालेदा जिया की बीएनपी विरोध प्रदर्शन बढ़ा रही है। दो बार की प्रधानमंत्री खालिदा जिया, भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद वर्तमान में घर में नजरबंद हैं। बीएनपी के अनुसार, पद से हसीना को हटाने का यह उनका अंतिम प्रयास है।
दोनों पक्षों ने यातायात की आवाजाही को बाधित करके स्थितियों की पूरी तरह से अवहेलना करते हुए अपनी रैलियां शुरू कीं। रैलियां आगे बढ़ने पर संभावित हिंसा के डर से कई दुकानदारों और कॉम्प्लेक्स ने अपने व्यवसाय बंद कर दिए हैं। बीएनपी के धुर दक्षिणपंथी सहयोगी जमात-ए-इस्लामी ने पहले पुलिस प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुए एक अलग रैली की घोषणा की थी। हालाँकि, पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर कर दिया।