जानिए Shehbaz Sharif कितने शरीफ हैं, जो इमरान की बली ले बनने वाले हैं अगले पीएम!

Shehbaz Sharif kaun Hain: नेशनल असेंबली में पीएम इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही आरंभ हो चुकी है। पीएम इन वेटिंग हैं शहबाज शरीफ। शहबाज के बारे में कुछ बातें।

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Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-04-09 16:08 GMT

शहबाज शरीफ: Photo - Social Media

Shehbaz Sharif Bio: नेशनल असेंबली में पीएम इमरान खान (PM Imran Khan) के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही आरंभ हो चुकी है। वोटिंग के बाद कुछ ही देर में निर्णय आने ही वाला है, कि इमरान खान का क्या होगा। फिलहाल अभी यही लग रहा है कि इमरान का ताज खतरे में है। पीएम इन वेटिंग हैं शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif)। इमरान सरकार के खिलाफ मुहीम के नेता शहबाज के बारे में हम बता रह हैं कुछ खास बातें...

-शहबाज का जन्म लाहौर के उद्योगपति परिवार में 1951 में हुआ। स्टील कंपनी के मालिक हैं।

-1985 में लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष बने।

-1988 में पहला चुनाव लाहौर विधानसभा से जीता।

-1990 में फिर से जीते।

-1993 में लाहौर और नैशनल असेंबली का चुनाव भी जीता। बाद में नैशनल असेंबली की सदस्यता छोड़ दी।

-1997 में पहली बार पंजाब के सीएम बने।

-1999 में पहली बार जेल गए थे।

-2000 में सऊदी अरब निर्वासित कर दिया गया।

-2007 में फिर स्वदेश वापसी हुई।

-2008 में फिर सीएम बने।

-2013 में तीसरी बार सीएम चुना गया।

-2017 में पनामा पेपर्स लीक कांड के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज के अध्यक्ष बने।

-2018 के आम चुनावों में PML-N ने शहबाज के नेतृत्व में चुनाव लड़ा लेकिन हार मिली।

शहबाज तीन बार के पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। शहबाज पंजाब के 3 बार सीएम रह चुके हैं। लाहौर में मॉडर्न मास ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट सिस्टम इनकी ही देन है। शहबाज सेना के साथ अच्छे संबंध बना के रखते हैं। सेना को इसलिए शहबाज से कोई दिक्कत नहीं है।

सिर्फ नाम के शरीफ

शहबाज के विरुद्ध कई मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन दोषी साबित नहीं हुए अभीतक। 2020 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार हुए लेकिन अप्रैल में जमानत मिल गई।

पाकिस्तान में ट्रेंड कर रहे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपई

पिछले कुछ दिन से पीएम इमरान खान भारत (India) की खुले दिल से तारीफ करते टीवी पर नजर आ रहे हैं। इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Former PM of India Atal Bihari Vajpayee) की 31 मई 1996 की संसद वाली स्पीच को ट्रेंड करा दिया। और इमरान से कह रहे कि अविश्वास प्रस्ताव पर दिए भाषण को सुनें।

फिलहाल अब देखना ये होगा कि इमरान अपने अंतिम भाषण में क्या कुछ कहते हैं। आने वाले समय में पाकिस्तान की राजनीति में क्या होता है, क्योंकि इमरान अपने को शहीद घोषित करने में लगे हैं। वहीँ विपक्ष उनको कोई मौका नहीं देना चाहता। अगला चुनाव 2023 में होना है, तब तक और क्या-क्या होता है इसपर दुनिया कि नजर होगी।

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