Pakistan: FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हुआ पाकिस्तान, मिली बड़ी राहत

Pakistan News: पाकिस्तान लंबे समय से कोशिश कर रहा था कि उसका नाम एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकले। लेकिन हर बार वो असफल हो जा रहा था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-06-17 10:23 GMT

FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हुआ पाकिस्तान (photo: social media )

Pakistan News: विषम आर्थिक परिस्थितियों से गुजर रहे पाकिस्तान को एक बड़ी राहत नसीब हुई है। उसे FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर (Pakistan out of FATF gray list) कर दिया गया है। जर्मनी की राजधानी बर्लिन (Berlin) में चल रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक (Meeting) में यह निर्णय लिया जाएगा। अब उसपर लगी सारी आर्थिक पाबंदियां हट जाएगी। जानकारी के मुताबिक, एफएटीएफ की वेबसाइट पर इससे जुड़ी जानकारी अपडेट कर दी जाएगी। वहीं इसकी आधिकारिक घोषणा अक्टूबर में होने वाली एफएटीएफ की बैठक में की जाएगी।

दरअसल पाकिस्तान लंबे समय से कोशिश कर रहा था कि उसका नाम एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकले। लेकिन हर बार वो असफल हो जा रहा था। ग्रे लिस्ट में होने के कारण पाकिस्तान को विदेशी बाजार से कर्ज लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। वह बस गिने – चुने देशों पर निर्भर रह गया था। पाकिस्तान की लगातार बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए पहले ही माना जा रहा था कि एफएटीएफ की इस बैठक में उसे बड़ी राहत मिल सकती है। पाकिस्तान में जर्मनी के राजदूत बर्नहार्ड श्लाघेक ने पहले ही इसका इशारा कर दिया था। बर्नहार्ड ने बीते दिनों कहा था कि पाकिस्तान को इसी महीने एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से हटा दिया जाएगा।

एफएटीएफ क्या है ?

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) एक ऐसी संस्था है जो अंतराष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। इसका काम वैश्विक स्तर पर होने वाले आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाना है, जिसका इस्तेमाल आंतकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए किया जाता है। पाकिस्तान पर आतंकवादियों को संरक्षण देने और उन्हें वित्तीय सहायता पहुंचाने का आरोप है। इन आरोपों के बाद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया गया था।

बता दें कि ग्रे लिस्ट में जिन देशों को डाला जाता है उसकी निगरानी बढ़ जाती है। एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में मार्च 2022 तक 23 देश शामिल थे। इनमें पाकिस्तान के अलावा तुर्की, सीरिया, फिलिपींस साउथ सुडान, म्यांमार, यमन और युगांडा शामिल है। इस सूची में अधिकतर वैसे देश शामिल हैं, जहां जबरदस्त आंतरिक उथल पुथल है।

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