वाशिंगटन : अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन कतर और चार अरब देशों के बीच के कूटनीतिक संकट को हल करने के लिए 10 जुलाई को कुवैत की यात्रा करेंगे। टिलरसन कुवैत के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे जो इस विवाद से जुड़े खाड़ी देशों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने बुधवार को कहा कि वे कतर के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को दोबारा बहाल नहीं करेंगे और न ही व्यापार प्रतिबंध को हटाएंगे।
इन चार देशों ने कतर से संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए रखी गई अपनी शर्तो से कतर के इनकार के बाद यह रुख अपनाया है।
इन मांगों में समाचार चैनल 'अल-जजीरा' को बंद करना, ईरान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करना और कतर में स्थित तुर्की के एक सैन्य अड्डे को बंद करना शामिल है।
टिलरसन सऊदी अरब की अगुवाई वाले इस गुट और कतर के संपर्क में हैं। उन्होंने पांचों देशों से अपने विवाद को सुलझाने का आग्रह करते हुए चेताया है कि इससे आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ कार्रवाई में बाधा आ रही है।
टिलरसन फिलहाल शुक्रवार से शुरू हो रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ जर्मनी के हैम्बर्ग में हैं। ट्रंप ने सऊदी अरब की अगुवाई वाले दल का समर्थन करत हुए कतर को इस संकट का दोषी ठहराया था।
इस शिखर सम्मेलन के बाद टिलरसन कुवैत जाने से पहले यूक्रेन और उसके बाद तुर्की की यात्रा करेंगे।