Ram Mandir: कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बनेगा भगवान राम का भव्य मंदिर, पाकिस्तानी छात्र ने क्यों की इसकी पहल?

Ram Mandir: पाकिस्तानी के मूल निवासी युगल किशोर वर्तमान में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे हैं। उन्होंने इस तर्क के साथ हिन्दू मंदिर की मांग की कि कैंब्रिज के सभी 31 कॉलेज में से एक भी जगह मंदिर नहीं है।

Update:2024-01-26 09:34 IST

वरीस प्रताप, छात्र संघ अध्यक्ष कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Social Media)

Ram Mandir: यूनाइटेड किंगडम में दुनिया के प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा यह बात उतनी हैरान नहीं करती। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर का प्रस्ताव एक पाकिस्तानी छात्र ने किया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के रहने वाले और गोरखपुर के एमएमएमयूटी से बीटेक करने वाले छात्र की इस मंदिर के निर्माण में अहम भूमिका है।

पाकिस्तानी के मूल निवासी युगल किशोर वर्तमान में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे हैं। उन्होंने इस तर्क के साथ हिन्दू मंदिर की मांग की कि कैंब्रिज के सभी 31 कॉलेज में से एक भी जगह मंदिर नहीं है। यूनिवर्सिटी में छात्र संख्या 1000 के आसपास है, जो अन्य धर्मों के सापेक्ष आबादी के हिसाब से तीसरे नंबर पर है। इस प्रस्ताव को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही छात्र परिषद में रखा गया। जिसके बाद इसपर मुहर लग गई। छात्र संघ की बैठक में सभी 26 सदस्यों ने इसके पक्ष में मतदान किया। 

कैंब्रिज के छात्रसंघ अध्यक्ष ने गोरखपुर से की है बीटेक की पढ़ाई

कैंब्रिज के छात्रसंघ अध्यक्ष वारीश प्रताप हैं। जो गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से बीटेक कर चुके हैं। एमएमएमयूटी के बीटेक मैकेनिकल (वर्ष 2016 बैच) के पुरातन छात्र वारीश प्रताप मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के निवासी हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से एमफिल कर रहे वारीश ने बताया कि छात्र परिषद में इस प्रस्ताव के अल्पमत की आशंका जताई जा रही थी। इसके लिए प्रस्ताव पर विधिवत चर्चा हुई। इसके बाद सर्वसम्मति बन गई, जो इस सत्र में पहली बार हुआ।

यूनिवर्सिटी काउंसिल और सिटी काउंसिल की बैठक जल्द

यह मंदिर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी टाउन या सिटी काउंसिल में कहीं भी स्थापित किया जा सकता है। मंदिर में किस देव के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, यह निर्णय यूनिवर्सिटी काउंसिल और सिटी काउंसिल ही लेंगे। हम सभी का प्रयास है कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा इस मंदिर में हो। छात्र परिषद कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की अनिवार्य इकाई है। छात्र परिषद जब कोई निर्णय लेता है तो उस पर विश्वविद्यालय प्रशासन को गंभीरता से विचार करना होता है। छात्र संघ अध्यक्ष होने के कारण वारीश प्रताप वर्तमान समय में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रस्ट बोर्ड सदस्य भी हैं। इसलिए उन्हें ट्रस्ट बोर्ड की बैठक में भी इस प्रस्ताव की बाबत पक्ष रखने का मौका मिलेगा।

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