Russia Ukraine war: यूक्रेन में रूसी चेचन मुस्लिम सैनिकों के खिलाफ सुअर की चर्बी से सनी गोलियां

Russia Ukraine war : यूक्रेन के विवादास्पद अज़ोव सैनिकों (Azov fighters) को सुअर की चर्बी में बन्दूकों की गोलियां डुबोते हुए दिखाया गया है।

Report :  Neel Mani Lal
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-02-28 10:39 IST

यूक्रेन में रूसी चेचन मुस्लिम सैनिकों के खिलाफ सुअर की चर्बी से सनी गोलियां (Twitter)

Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस (Russia Ukraine war) के बीच चल रहे संघर्ष के बीच ऑनलाइन प्लेटफार्मों (Online platform) पर चौंकाने वाले वीडियो (Video Viral) की भरमार हो गई है। अब एक नए वीडियो में यूक्रेन के विवादास्पद अज़ोव सैनिकों (Azov fighters) को सुअर की चर्बी में बन्दूकों की गोलियां डुबोते हुए दिखाया गया है। वीडियो में ये भी कहा गया है कि ये गोलियां रूस की ओर से आने वाले चेचन मुसलमानों पर चलाई जाएंगी। 

 यूक्रेन पर हमले के लिये चेचन नेता ने मुस्लिम लड़ाके भेजे 

अज़ोव लड़ाके एक नव-नाज़ी स्वयंसेवी मिलीशिया से जुड़े हुए हैं, जो 2014 में यूक्रेन के नेशनल गार्ड का हिस्सा बन गए थे। जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था तो वे डोनबास क्षेत्र में चले गए थे। अब पुतिन की मदद करते हुए यूक्रेन पर हमले के लिये चेचन नेता रमजान कादिरोव ने मुस्लिम लड़ाके भेजे हैं। ऐसे में यूक्रेनी अज़ोव सैनिकों का इरादा इन सैनिकों के खिलाफ सुअर की चर्बी से सनी गोलियां दागने का है। 

आतंकवादियों के खिलाफ रणनीति बनाई है

रमजान कादिरोव, एक क्रूर और ताकतवर नेता हैं जो खुद को "पुतिन का पैदल सैनिक" कहते हैं। उन्होंने चेचन्या पर एक दशक तक शासन किया है। अपनी वफादारी के बदले में, पुतिन ने उन्हें यूक्रेन से लगभग 1,000 मील दक्षिण-पूर्व में बहुसंख्यक मुस्लिम क्षेत्र पर शासन करने के लिए व्यापक छूट और उदार सब्सिडी दी हुई है।

रविवार को अपने टेलीग्राम अकाउंट पर एक बयान में, कादिरोव ने कहा - समय आ गया है कि एक ठोस निर्णय लिया जाए और यूक्रेन की सभी दिशाओं और क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया जाए।मैंने खुद बार-बार आतंकवादियों के खिलाफ रणनीति बनाई है और लड़ाई में भाग लिया है। मेरी समझ में, यूक्रेन में चुनी गई रणनीति बहुत धीमी है। यह लंबे समय तक चलता है और, मेरे विचार में, प्रभावी नहीं है।"

2014 में रूस ने डोनबास क्षेत्र पर हमला बोला था

पुतिन ने जब कहा कि यूक्रेन के खिलाफ चल रहे मिशन का हिस्सा यूक्रेन को "डी-नाज़िफाई" करना है तो उनका इशारा अज़ोव सैनिकों की तरफ था। आरोप है कि जब 2014 में रूस ने डोनबास क्षेत्र पर हमला बोला था तो अज़ोव सैनिकों ने बदले की कार्रवाई में रूस मूल के लोगों के साथ भीषण अत्याचार किये थे और महिलाओं के साथ रेप किया था। अज़ोव सैनिकों इतने निंदनीय थे कि 2019 में फेसबुक ने उनकी प्रशंसा करने वाले किसी भी पोस्ट पर प्रतिबंध लगा दिया, हालाँकि इसने अब प्रतिबंध हटा दिया है क्योंकि अब वे अपने देश को बचाने के लिए लड़ रहे हैं।

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