Russia–Ukraine War: शांति का रास्ता निकालने की कवायद जारी, फ्रेंच प्रेसिडेंट ने फिर की पुतिन से बातचीत
Russia–Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को रोकने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron ) ने एकबार फिर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) से फोन पर बातचीत की है।
New Delhi: द्वितीय विश्व युध्द ( Second World War) के बाद एक और भीषण जंग के मुहाने पर खड़े यूरोप में शांति स्थापित करने की कवायद जारी है। रूस और यूक्रेन के बीच जंग लंबी खींचती जा रही है। जिसने यूरोपीय देशों की चिंता बढ़ा रखी है। लिहाजा यूरोप के तमाम बड़े देश रूस को मनाने में जुटे हुए हैं। इस कवायद में सबसे आगे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron ) नजर आ रहे हैं। मैक्रों ने एकबार फिर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) से फोन पर बातचीत की है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दोनों देशों के बीच यूक्रेन संकट को लेकर लंबी बातचीत हुई है।
बता दें कि इमैनुएल मैक्रों ने इससे पहले भी पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक लंबी बातचीत की थी। बातचीत के बाद उन्होंने रूसी राष्ट्रपति के असल योजना का खुलासा करते हुए कहा था कि उनकी नजर पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने की है। मैक्रों ने यूक्रेन की चिंता को बढ़ाते हुए कहा था कि उसके और बुरे दिन आने अभी बाकी है।
तुर्की के राष्ट्रपति ने भी आज पुतिन से की बात
रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ जंग (Russia–Ukraine War) छेड़ने के बाद नाटो (NATO) की तरफ से लगातार सख्त प्रतिक्रिया आ रही है। नाटो की अगुवाई करने वाला अमेरिका और ब्रिटेन लगातार रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को गंभीर परिणाम को लेकर चेताते रहे हैं। ऐसे में आज यूरोप में नाटो के अहम सदस्य तुर्की ने भी रूस से तनाव घटाने के लिए चर्चा की। तुर्की के राष्ट्रपति रैचेप तैयेप एरदोगोन (Recep Tayyip Erdoğan) ने राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत कर जंग को तुरंत खत्म करने की मांग की।
पुतिन ने कहा- अगर यूक्रेन शर्तों को मानने को तैयार है, तो वे युध्द खत्म कर देंगे
रूसी मीडिया (Russian media) के हवाले से चल रही खबर के अनुसार, इस पर पुतिन ने स्पष्ट कर दिया कि अगर यूक्रेन उनके शर्तों को मानने को तैयार है, तो वे युध्द खत्म करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने साफ करते हुए कहा कि जब तक यूक्रेन ऐसा नहीं करेगा, वे पीछे नहीं हटेंगे। रूसी राष्ट्रपति ने एकबार फिर अपनी कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा कि यूक्रेन में रूसी मूल के लोगों के जनसंहार को रोकने के लिए उस पर हमला किया गया है।
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति लगातार नाटो से अपने देश को नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि नाटो स्पष्ट तौर पर उनके इस अनुरोध को ठुकरा चुका है। दरअसल नाटो रूस के साथ किसी भी तरह के सीधे सैन्य झड़प से बचने की पूरी कोशिश कर रहा है। क्योंकि उसे इसके भयानक अंजाम का आभास हो चुका है।