Russia Ukraine War : भारत के बाद यूक्रेन ने अब इस देश से की रूस के साथ मध्यस्थता कराने की अपील
यूक्रेन और रूस के बीच लंबे तनाव के बाद अब युद्ध छिड़ गया है। जिसके बाद देश को बचाने के लिए यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आज इजरायल के पीएम नेफ्ताली बेनेट से बात कर रूस के साथ मध्यस्थता कराने की अपील की है।
Russia Ukraine War : अपने से कहीं अधिक ताकतवर सेना का आक्रमण झेल रहे यूक्रेन लगातार अंतराष्ट्रीय बिरादरी से मदद की अपील कर रहा है। यूक्रेन दुनिया के उन तमाम ताकतवर औऱ प्रभावी राष्ट्र प्रमुखों से मदद की बाट जो रहा है जिसको लेकर उसे उम्मीद है कि वे रशियन अग्रेसन को रोक सकते हैं। इसी क्रम में उसने अब इजरायल (Israel) के दरवाजे पर दस्तक दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) से बात की है। यूक्रेन की न्यूज एजेंसी यूएनआईएएन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबकि बातचीत में जेलेंस्की ने इजयारली पीएम से रूस के साथ मध्यस्थता कराने की अपील की है।
भारत से भी कर चुके हैं मदद की गुहार
इससे पहले यूक्रेन ने भारत से भी ऐसी ही अपील की थी। यूध्द शुरू होने के बाद भारत में यूक्रेन के राजदूत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से रूस के साथ शांति स्थापित करने में मदद की अपील की थी। भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के संबंध बेहद अच्छे हैं। रूस का भारत के साथ ऐतिहासिक संबंध रहा है। ऐसे में भारत को उनसे बात करना चाहिए, पीएम मोदी की बात रूसी राष्ट्रपति जरूर सुनेंगे।
पुतिन ने दी परमाणु हमले की चेतावनी
वहीं रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन इस यूध्द को लेकर शुरू से ही काफी रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई रूस को यूक्रेन पर कब्जा करने से रोकने की हिम्मत करता है तो हमारे पास जवाब देने के लिए परमाणु हथियार मौजूद है। ऐसे में किसी को इस बात का भ्रम नहीं रखना चाहिए कि वे दखल देंगे औऱ उनकी हार नहीं होगी। दरअसल पुतिन का इशारा अमेरिका समेत पश्चिमी मूल्कों की तरफ था। यही वजह है कि अमेरिका और यूरोप यूनियन रूस के खिलाफ यूध्द में उतरने से बच रहा है। इसके बजाय वो रूस को अधिक से अधिक आर्थिक चोट पहुंचाकर उसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
उधर फ्रांस ने राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की धमकी को ठेंगा दिखाते हुए यूक्रेन को बड़ी सैन्य मदद देने का भरोसा दिया है। फ्रांस ने अपनी तरफ से यूक्रेन को हथियार और अन्य सैन्य साजो सामान मुहैया कराने का भरोसा दिया है। ऐसे में अब रूस के खिलाफ यूक्रेन सेना के हाथों में फ्रेंच हथियार होगा, जिसे कूटनीतिक हलकों में बेहद बोल्ड फैसला माना जा रहा है।