सऊदी अरब में फिर दिखेगा सिनेमा, जानें वर्षों पहले क्यों बंद हुए थे सिनेमाघर
रियाद: सऊदी अरब ने सिनेमाघरों को लाइसेंस प्रदान करने की योजना की घोषणा की। इसके बाद अगले साल से सिनेमाघरों को खोलने की योजना बनाई जा रही है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की मानें, तो संस्कृति और सूचना मंत्री अवाद बिन सालेह अलवाद ने एक बयान में कहा, कि 'उद्योग नियामक, जनरल कमीशन फॉर ऑडियो विजुअल मीडिया ने इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, कि पहला सिनेमाघर मार्च 2018 में खुलने की उम्मीद है।
बता दें, कि यह कदम 2030 आर्थिक दृष्टि के भाग के रूप में सुधारों की एक श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई भी शामिल है।
..तो ये है अनुमति की वजह
इस परिवर्तन का उद्देश्य सऊदी द्वारा विदेशों में खर्च किए गए 20 अरब डॉलर का एक चौथाई हिस्सा हासिल करना है, जो शो और मनोरंजन पार्कों को देखने के लिए विदेशों की यात्रा करने के आदी हैं। हाल के महीनों में सऊदी अरब ने कॉन्सर्ट, कॉमिक-कॉन पॉप कल्चर फेस्टिवल का आयोजन किया था, जिसमें लोगों को पहली बार इलेक्ट्रॉनिक संगीत पर सड़कों पर नृत्य करते देखा गया।
70 के दशक में हुआ करते थे सिनेमाघर
गौरतलब है, कि 1970 के दशक में रूढ़िवादी मुस्लिम आबादी वाले इस देश में सिनेमाघर हुआ करते थे। लेकिन मौलवियों ने मजहब का हवाला देकर वहां के अधिकारियों को इन्हें बंद करने के लिए राजी कर लिया था। इस साल जनवरी में ग्रैंड मुफ्ती शेख़ अब्दुल अज़ीज़ अल अल-शेख़ ने कथित तौर पर सिनेमाघरों चेतावनी दी थी कि अगर सिनेमाघरों को शुरू करने की अनुमति दी गई तो वे समाज के नैतिक मूल्यों को बिगाड़ देंगे। बता दें, कि सऊदी अरब सुन्नी प्रभुत्व वाला है। यहां का शाही परिवार वहाबी सिद्धांतों को मानता है।