Turkey Earthquake: तुर्किए-सीरिया में चार हजार से ज्यादा मौतें, पांच हजार इमारतें जमींदोज, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
Turkey Earthquake:तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में सोमवार को 7.8 की तीव्रता के भूकंप ने चारों ओर तबाही मचा दी। इस भीषण त्रासदी में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों की संख्या भी बड़ी तादात में है।
Turkey Earthquake: दक्षिणी तुर्किए में सोमवार (6 फरवरी) सुबह 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। बताया जा रहा है कि भूकंप स्थानीय समयानुसार 4 बजकर 17 मिनट पर आया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप के सबसे ज्यादा झटके दक्षिणी तुर्किए के गाजियाटेप में महसूस किये गये। तुर्किए के साथ ही सीरिया में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये। भारी जान-माल का नुकसान बताया जा रहा है। तुर्किए-सीरिया में भूकंप से अभी तक 4,890 लोगों की मौत की खबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
तुर्किए सीरया के लिए भारत से NDRF की दूसरी टीम रवाना हो गई है। मालूम हो कि एक टीम राहत साम्रगी के साथ तुर्की पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया है। कोलकाता NDRF की इस टीम में 50 सदस्य हैं। इससे पहले जो टीम तुर्किए पहुंची, उसमें 51 सदस्य थे। मालूम हो कि करीब 300 सदस्य जा चुके हैं, जिसमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
तुर्किए और सीरिया में भूकंप से अब तक 4,890 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अकेले तुर्की में 3,381 लोगों के मारने की की खबर है। वहीं सीरिया में भी 1500 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। बड़ी संख्या बचाव कार्य चल रहा है।
सोशल मीडिया पर भूकंप से आयी तबाही के कई सारे वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें तबाही का मंजर साफ देखा जा सकता है। वीडियो में बड़ी-बड़ी इमारते जमींदोज होते दिखायी दे रही हैं। तुर्किए में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। जिसके बाद दोपहर में 7.6 तीव्रता के साथ एक बार फिर लोगों को झटका लगा। शाम होते-होते तीसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए। हालांकि, इसकी तीव्रता 6.0 रही। तुर्की की डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (AFAD) के अनुसार, अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।
तुर्किए, सीरिया में आए भूकंप पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। पीएमओ लिखा कि इस समय तुर्किए में आए विनाशकारी भूकंप पर हम सभी की दृष्टि लगी हुई है। बहुत से लोगों की दुखद मृत्यु, और बहुत नुकसान की खबरें हैं। तुर्किए के आसपास के देशों में भी नुकसान की आशंका है। भारत के 140 करोड़ लोगों की संवेदनाएं, सभी भूकंप पीड़ितों के साथ हैं। भारत भूकंप पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
50 से अधिक आफ्टरशॉक्स
सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप ने तुर्किए और सीरिया को झकझोर कर रख दिया है। सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में अभी तक 2400 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। वहीं, 6,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव दल काम में जुटे हैं। इस भूकंप के बाद तुर्किए में 50 से अधिक आफ्टरशॉक्स आए हैं। इनमें दो बड़े झटके भी शामिल हैं। इसमें एक 7.5 तीव्रता का झटका था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दूसरा झटका तुर्किए की राजधानी अंकारा और इराकी कुर्दिस्तान शहर इरबिल तक महसूस किया गया। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (US Geological Survey) ने कहा कि पहला झटका 7.8 तीव्रता का था। जो तुर्किए के शहर गजियांटेप के पास लगभग 17.9 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर सुबह 4:17 बजे आया था।
3000 से ज्यादा इमारतें जमींदोज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप के तेज झटकों से 3000 से ज्यादा इमारतें जमींदोज हो गई हैं। तुर्की और सीरिया में अब तक 757 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर मिल रही है। माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सीरिया की आपदा प्रबंधन एजेंसी एएफएडी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 7.4 थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान, सीरिया, और साइप्रस में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं। सीरिया में भी कई इमारतें ढह गई हैं।
तुर्किए के राष्ट्रपति- मौतों का आंकड़ा बहुत अधिक
तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन (Rajab Tayyab Erdogan) ने 7.8 तीव्रता के भूकंप को 1939 के बाद से देश की 'सबसे बड़ी आपदा' बताया है। तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा, 'मौतों का आंकड़ा बहुत अधिक है। हजारों लोग घायल हुए हैं। भूकंप से गाजियांटेप, सान्लिउर्फा, दियारबाकिर, अदाना, अदियामन, मालट्या, उस्मानिया, हटे और किलिस प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।'
एर्दोगन- मलबे से अब तक 2470 लोग निकाले गए
तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने मीडिया को जानकारी दी, 'मलबे से निकाले गए लोगों की संख्या 2,470 तक पहुंच गई है। जमींदोज इमारतों की संख्या भी करीब 2,818 है। उपराष्ट्रपति फुअत ओकटे (Fuat Oktay) ने कहा कि एर्दोगन भूकंप के समय से ही लगातार अपडेट ले रहे हैं। राहत प्रयासों की भी समीक्षा कर रहे हैं।'
यूएस जियोलॉजिकल सर्विस के मुताबिक दक्षिण तुर्की में गांजियाटेप के पास जो भूकंप आया है। इसका केंद्र तुर्की के 26 किलोमीटर दूर पूर्व में नूरदा रहा है। ये इलाका गाजियांटेप का है। इस इलाके की आबादी करीब 20 लाख है। जिसमें पांच लाख सीरियाई शरणार्थी हैं। आशंका जतायी जा रही है कि भूकंप से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
पुलिस और रेस्क्यू टीम लगातार राहत बचाव कार्य में लगी हुई हैं। हालांकि नुकसान कितना हुआ है। अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है। बता दें कि इससे पहले तुर्किए सीमा के पास उत्तर पश्चिम ईरान में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है।
भूकंप वाले स्थानों पर माइकों से एनाउंस किया जा रहा है कि लोग अपने घरों को छोड़कर खुले एरिया की तरफ जाएं। लोग यहां वहां भाग रहे हैं। मौके पर अफरा-तफरी मची हुई है। मलबा पड़ा हुआ है। भूकंप इतना ज्यादा भीषण था कि लोगों को बचने का मौका ही नहीं मिल पाया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किए की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आता ही रहता है। इतना ही नहीं तुर्किए में 1999 से अब तक भूकंप से करीब 18 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।